भारत और साउथ अफ्रीका के बीच केप टाउन में खेला गया टेस्ट मैच 2 दिन में ही खत्म हो गया। भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका को 7 विकेट से हराया।
टेस्ट क्रिकेट के 147 साल के इतिहास में ऐसा सिर्फ 25वीं बार हुआ है। भारत के लिए यह सिर्फ तीसरा मौका है जब उसकी भागीदारी वाले मैच का नतीजा दो दिन में आ गया। भारत ने ऐसे तीनों टेस्ट में जीत हासिल की है।
1% से भी कम टेस्ट 2 दिन में खत्म हुए
टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत 1877 में हुई थी। तब से अब तक 2522 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं। इनमें से सिर्फ 25 टेस्ट मैच ऐसे हुए, जिनका नतीजा दो दिन के अंदर आ गया। यानी 0.99% टेस्ट ही इतनी जल्दी खत्म हुए हैं।
इंग्लैंड इनमें से 12 टेस्ट मैचों का हिस्सा रहा है। वहीं, ऑस्ट्रेलियाई टीम के 12 टेस्ट मैच दो दिन में खत्म हुए हैं। साउथ अफ्रीका 10 मैचों का हिस्सा रहा। जिम्बाब्वे 4, वेस्टइंडीज 2 और पाकिस्तान 1 मैच का हिस्सा रहा है। सबसे ज्यादा 6 ऑस्ट्रेलिया Vs इंग्लैंड टेस्ट मैच 2 दिन में खत्म हुए हैं। चार साउथ अफ्रीका Vs इंग्लैंड टेस्ट भी 2 दिन में खत्म हुए।
इनमें से सबसे ज्यादा टेस्ट इंग्लैंड के मैदान पर 2 दिन में खत्म हुए। इनमें से 4 टेस्ट ऐसे थे जो लंदन के द ओवल मैदान पर हुए।
क्रिकेट के शुरुआती सालों में ज्यादा था 2 दिन का ट्रेंड
1882 में पहली बार कोई टेस्ट मैच 2 दिन में खत्म हुआ। यह मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच 1882 में ओवल (लंदन) में खेला गया था। 9 टेस्ट मैच 19वीं सदी (1801-1900) में 2 दिन में खत्म हुए थे। 8 टेस्ट 20वीं सदी (1901-2000) और 8 टेस्ट 21वीं सदी (2001 से अब तक) खत्म हुए हैं।
एक ओर जहां पिछले 3 साल में 4 टेस्ट ऐसे हो गए जिनका नतीजा 2 दिन में आ गया, वहीं दूसरी ओर मार्च 1946 से लेकर अगस्त 2000 तक के बीच 54 साल ऐसे भी बीते जब एक भी टेस्ट मैच 2 दिन में खत्म नहीं हुआ।
भारत का सक्सेस रेट 100%
2 दिन में खत्म होने वाले टेस्ट मैचों में भारतीय टीम का सक्सेस रेट 100% रहा है। जून 2018 में भारत और अफगानिस्तान के बीच बेंगलुरु में खेला गया टेस्ट मैच 2 दिन में खत्म हुआ था। यह अफगानिस्तान के क्रिकेट इतिहास का पहला टेस्ट था। वहीं, यह भारत के क्रिकेट इतिहास का पहला ऐसा टेस्ट था जो दो दिन में खत्म हुआ।
इसके बाद फरवरी 2021 में भारत और इंग्लैंड के बीच अहमदाबाद में खेला गया डे-नाइट टेस्ट मैच 2 दिन में समाप्त हुआ था। यह सिर्फ दो दिन में नतीजा देने वाला भारत का दूसरा टेस्ट था। इसमें भी टीम इंडिया ने जीत हासिल की थी। अब भारत ने साउथ अफ्रीका को 2 दिन में हराया है।
2 दिन में टेस्ट खत्म होने की 2 बड़ी वजह
पहली- पिच गेंदबाजी के बहुत ज्यादा फेवर में - क्रिकेट बैट और बॉल के बीच सही संतुलन का खेल है। यह संतुलन जब बिगड़ता है तो नजीते भी अजीबो-गरीब आने लगते हैं। जब पिच बैट के बहुत ज्यादा फेवर में हो जाती है तो उस मैच में रन बहुत बनते हैं और विकेट बहुत कम गिरते हैं। नतीजा- बोरिंग ड्रॉ। दूसरी ओर जब पिच गेंदबाजों के बहुत ज्यादा फेवर में हो जाती है तो मैच कम समय में ही खत्म होने लगता है। कई बार तीन दिन में और कुछ मौकों पर 2 दिन में ही। आज तक कोई टेस्ट मैच 1 दिन में नतीजा नहीं दे सका है।
दूसरी: टी-20 के कारण कमजोर होती जा रही बैटिंग टेक्नीक - कम समय में मैच खत्म होने के पीछे बल्लेबाजों की लगातार कमजोर होती जा रही डिफेंसिव टेक्नीक को भी कारण बताया जाता है। इसके पीछे टी-20 फॉर्मेट को जिम्मेदार ठहराया जाता है। टी-20 लीग खेलकर ज्यादा कमाई करने की जुगत में रहने वाले बल्लेबाज आक्रामक शॉट्स की प्रैक्टिस तो खूब करते हैं, लेकिन उनकी डिफेंसिव टेक्नीक कमजोर होती जाती है। सभी देशों में यह ट्रेंड दिख रहा है और इसका असर टेस्ट मैचों पर भी पड़ रहा है।