भोपाल । प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कमला नेहरू अस्पताल पहुँचकर आगज़नी की घटना का जायज़ा लिया, पीड़ित परिजनो से मुलाक़ात की, भर्ती मासूम बच्चों का हाल चाल जाना।
इस अवसर पर उनके साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, विजय लक्ष्मी साधो ,विधायक आरिफ़ मसूद, मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा, ज़िला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा आदि थे।
इस दौरान कमलनाथ जी की कमला नेहरू अस्पताल में मीडिया से चर्चा -
- यह घटना राजनीति का विषय नही है लेकिन सिस्टम की लापरवाही तो सामने आयी है। 6 महीने के अंदर यह तीसरी घटना हुई है।
- भाजपा सरकार हर मामले को दबाने-छुपाने का काम करती है। अब इस घटना के भी मौत के आँकड़े दबाने का काम किया जा रहा है। पहले कोरोना से भी प्रदेश में 2.5 लाख से अधिक मौतें हुई लेकिन सरकार आँकड़े दबाती- छुपाती रही।
- कोरोना में भी जब ऑक्सीजन , रेमड़ेसिविर की कमी से मौतें हो गयी , तब यह जागे और अभी भी इस घटना के बाद तमाम ऐक्शन की बात की जा रही है।
- अस्पताल में फ़ायर सिस्टम बंद था , आग से बचाव के कोई इंतज़ाम नही थे।शॉर्ट सर्किट से आग लगने की यह घटना सामने आयी
- हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सरकार इस पूरे मामले की जांच करवाये।
- जो ख़ुद ज़िम्मेदार उनसे जाँच करवायी जा रही है।
- परिजनों को बच्चों से मिलने नहीं दिया जा रहा है।
- मेने ख़ुद अस्पताल के हालात देखे है। स्थिति सहम कर देने वाली , बेहद भयावह।
- 100 से अधिक बच्चे बताये जा रहे है।
- मै डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को बधाई देता हूँ, जिन्होंने तत्परता से राहत व बचाव कार्य किये।
- मै माँग करता हूँ कि ज़िम्मेदार दोषियों पर कार्यवाही हो, ज़िम्मेदार मंत्री को पद से हटाया जावे।
- दोषियों पर हत्या का प्रकरण दर्ज हो।
- लेकिन भाजपा को इन मौतों से कोई फ़र्क़ पड़ने वाला नही है। वो तो 15 नवंबर के मेगा इवेंट शो की तैयारियों में लगी हुई है।उन्हें पीड़ित परिवारों की कोई चिंता नही है।
- भाजपा के प्रदेश प्रभारी का विडीओ सभी के सामने है , जिसमें वो ख़ुद कह रहे है कि मेरी एक जेब में ब्राह्मण है , एक जेब में बनिया है , ये ख़ुद समाज को बाँट रहे है , उनका अपमान कर रहे है।यह उनकी सोच है , भाजपा तो आज हर समाज को अपनी जेब में बताती है।