कोलकाता। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉक्टर संदीप घोष को आज सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी वित्तीय गड़बड़ी के मामले में की गई है। घोष के साथ ही चार अन्य लोगों को भी पकड़ा गया है। सीबीआई टीम ने 25 अगस्त की सुबह कोलकाता के बेलेघाटा स्थित संदीप घोष के घर पर छापेमारी की थी। इसमें उनके घर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए थे।
अब जांच अधिकारियों ने सोमवार को कोलकाता के निजाम पैलेस स्थित सीबीआइ के कार्यालय में 16वें दिन पूछताछ के बाद घोष को गिरफ्तार कर लिया है।
घोष की गिरफ्तारी के एक घंटे में ही सीबीआई अधिकारियों ने उके सुरक्षा गार्ड अफसर अली और दो विक्रेताओं बिप्लब सिह व सुमन हाजरा को गिरफ्तार कर लिया।
ये लोग अस्पताल को सामग्री सप्लाय करते थे। कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर एजेंसी की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने घोष के खिलाफ 24 अगस्त को एफआईआर दर्ज कर अनियमितता मामले की भी जांच शुरू की थी।
घोष पर टेंडरों को लेकर पक्षपात करने, मेडिकल आर्गेनिक कचरे की अवैध बिक्री और रुपये लेकर मेडिकल छात्रों को पास कराने जैसे गंभीर आरोप हैं। अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली ने घोष के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाए थे।
बंगाल सरकार ने अस्पताल के भ्रष्टाचार मामले की जांच के लिए 16 अगस्त को एसआईटी का गठन किया था। 17 अगस्त को हाई कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी। हाई कोर्ट ने सीबीआई को इस मामले में 17 सितंबर को जांच से संबंधित प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
महिला डाॅक्टर के माता-पिता ने कहा कि उनकी बेटी इसी भ्रष्टाचार की बलि चढ़ गई थी। इस मामले के अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी होनी चाहिए। घोष को दो बार पाॅलीग्राफ टेस्ट का भी सामना करना पड़ा है।