भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के पर्यटन स्थलों में पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराई जायें। हेरिटेज सम्पत्तियों का संरक्षण और उन्हें आकर्षक बनाने के लिए विशेष प्रयास हों। मुख्यमंत्री श्री चौहान बुधवार को मंत्रालय में पर्यटन विभाग की समीक्षा कर रहे थे। में पर्यटन मंत्री सुश्री ऊषा ठाकुर, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव पर्यटन शिवशेखर शुक्ला सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
- नदी पर्यटन को मिले बढ़ावा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में आने वाले पर्यटकों के लिए विविध अनुभवों की उपलब्धता सुनिश्चित हो। इंदिरा सागर, गांधी सागर एवं मड़ीखेड़ा डेम में जल-क्रीड़ा की सुविधा उपलब्ध कराई जाये। नदियों में क्रूज का संचालन हो। नर्मदा जी का सुदंर तट है, जहाँ क्रूज चलाना बहुत ही सफल हो सकता है। छोटे-छोटे क्रूज अधिक संख्या में चलाने के प्रयास हों।
- ध्यान कुटीर और होम स्टे बनें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि साँची में बुद्धिस्ट थीम पार्क, समस्त जंगल इकाइयों में नेचर ट्रेल की शुरूआत हुई है, जो सराहनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि अमरकंटक जैसे विभिन्न स्थलों में लोगों को शांति प्रदान करने के उद्देश्य से ध्यान कुटीर को बढ़ावा दें। ग्रामीण पर्यटन के लिए गाँवों में होम-स्टे विकसित किये जायें। प्रारंभिक तौर पर प्रदेश में 100 गाँव में होम-स्टे विकसित करने का लक्ष्य है।
- हिन्दुस्तान का दिल जैसा एड तैयार करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न पर्यटन स्थलों का प्रचार-प्रसार करने के लिए "हिन्दुस्तान का दिल देखो" जैसे विज्ञापन तैयार किये जायें।
- मध्यप्रदेश से खूबसूरत मुझे कुछ नहीं लगता
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पर्यटन एवं आतिथ्य के क्षेत्र में युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध करायें। महाकाल, इंदौर और ओंकारेश्वर को मिलाकर ओंकार सर्किट तैयार करें। दोनों ज्योतिर्लिंग देखने की इच्छा लोगों को रहती है। महाकाल मंदिर सहित अन्य स्थानों पर बनने वाले प्रोजेक्ट का प्रचार-प्रसार हो। बांधवगढ़ एवं मांडू उत्सव में हॉट एयर बेलून गतिविधि प्रारंभ की है, जिसे और आगे बढ़ायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश से खूबसूरत मुझे कुछ नहीं लगता।
- जिला स्पेशिफिक टूरिज्म की योजनाएँ बनें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि निजी निवेश के माध्यम से पर्यटन परियोजनाओं की स्थापना के प्रयास करें। जिला स्पेशिफिक टूरिज्म की योजनाएँ बनें। धार और खंडवा जिले में और क्या हो सकता है, इस पर विचार करें। हर जिले की अपनी पहचान बनायें। कलेक्टर सीहोर ने गिन्नौरगढ़ किले से लेकर सीहोर तक नया सर्किट बनाया है। इसी तरह प्रत्येक जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास हों। पर्यटन की सुविधाओं के साथ सुरक्षा के भी प्रयास हों। निजी निवेश की कोशिश लगातार जारी रहे।
- अवार्ड मिलने पर दी बधाई
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश को पर्यटन के क्षेत्र में आवार्ड मिलने पर बधाई दी। लंदन में आयोजित समारोह में मध्यप्रदेश को ग्रामीण पर्यटन के क्षेत्र में वर्ल्ड रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म अवार्ड 2021 और टूरिज्म और कल्चर के क्षेत्र में स्कॉच अवार्ड मिला। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रमुख सचिव पर्यटन शिव शेखर शुक्ला, एएमडी मध्यप्रदेश प्रदेश टूरिज्म बोर्ड श्रीमती शिल्पा गुप्ता, एमडी, मध्यप्रदेश स्टेट पर्यटन विकास निगम एस. विश्वनाथन, उप सचिव टूरिज्म अशीष पाठक, संचालक स्किल एमपीटीबी, डॉ. मनोज के सिंह, संयुक्त संचालक, प्लानिंग एमपीटीबी पी.एस.बघेल, राम तिवारी, श्रीमती दीपिका रॉय और अमित सिंह को बधाई दी।