भोपाल में 18 साल की युवती ने मच्छर मार जहर पी लिया। पिता उसे अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उसकी सांसें टूट चुकी थीं। गांव में हाई स्कूल नहीं होने के कारण उसकी पढ़ाई दो साल पहले छूट गई थी। हालांकि सुसाइड नोट नहीं मिलने के कारण खुदकुशी के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
गुनगा पुलिस के अनुसार 18 साल की आस्था प्रजापति पुत्री हेमराज गुनगा के हर्राखेड़ा में रहती थी। हेमराज टेलरिंग का काम करते हैं। उनकी एक दुकान है। उन्होंने पुलिस को बताया कि रविवार सुबह करीब 6 बजे आस्था के उल्टी करने की आवाजें आईं। वे उसके पास पहुंचे तो वह तड़प रही थी। वह बोली- पापा मैंने मच्छर मार जहर खा लिया।
वे तत्काल उसे हमीदिया अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी सांसें टूट चुकी थीं। वह कुछ बोलना चाहती थी, लेकिन बोल नहीं पाई। आस्था के मारने से पहले के बयान भी नहीं हो पाए। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। ऐसे में पुलिस खुदकुशी के कारणों को लेकर अभी कुछ भी नहीं बोल पा रही है।