नई दिल्ली। शीतकालीन ओलंपिक खेलों को लेकर सरकार की बेरुखी पर छह बार के शीतकालीन ओलंपियन और ल्यूज खिलाड़ी शिवा केशवन ने हैरानी जतायी है। शिवा ने साल 2022 में बीजिंग में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की बदहाली की तरफ सरकार का ध्यान खींचा है। इस चैम्पियन खिलाड़ी ने कहा है कि आर्थिक संकट के कारण इन खिलाड़ियों को आम लोगों से धन जुटाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। शीतकालीन ओलंपिक अगले चार से 20 फरवरी के बीच बीजिंग में खेल जाएंगे।
केशवन ने ट्वीट किया कि शीतकालीन ओलंपिक में 150 दिन बचे हुए हैं। इसके बाद भी देश में अब तक एक भी सरकार से मान्यता प्रात शीतकालीन खेल महासंघ नहीं है ऐसे में कोई भी खिलाड़ी सरकारी सहायता के लिए आवेदन नहीं दे सकता है। इसलिए खिलाड़ियों को ऑनलाइन पैसा जुटाना पड़ रहा है। केशवन छह बार के ओलंपियन हैं और शीतकालीन ओलंपिक में भारत के ध्वजवाहक भी रहे हैं। वह जापान में 1998 में खेले गए नगानो खेलों से लूस पुरुष एकल में भाग लेते रहे हैं।