मुंबई । मिस यूनिवर्स-2021 का खिताब जीतने वाली हरनाज संधू का कहना है कि वह एक ऐसा वातावरण पैदा करना चाहती हैं, जिसमें महिलाएं स्वास्थ्य व स्वच्छता के बारे में अपनी चिंताओं को व्यक्त करने में सहज महसूस करें। सोमवार को संधू मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम करने वाली तीसरी भारतीय बन गईं।इसके पहले 1994 में अभिनेत्री सुष्मिता सेन और 2000 में लारा दत्ता के सिर पर मिस यूनिवर्स का ताज सजा था। संधू ने कहा कि यह पूरे देश के लिए बहुत बड़ा उत्सव है क्योंकि किसी भारतीय को 21 साल बाद यह ताज पहनने का मौका मिला है।
संधू ने कहा,'मैं बहुत आभारी महसूस कर रही हूं और मेरा दिल उन सभी के लिए बहुत सम्मान से भर गया है, जिन्होंने मुझ पर अपना विश्वास दिखाया है और मुझे अपना ढेर सारा प्यार दिया है। मैं इस मंच का उपयोग उन मुद्दों के बारे में बात करने के लिए करना चाहती हूं, जिनके बारे में हम सभी को चिंतित होना चाहिए।'' संधू के लिये उनकी मां और पेशे से स्त्री रोग विशेषज्ञ रविंदर कौर संधू एक प्रेरणा हैं, जो मासिक धर्म स्वच्छता और स्तन कैंसर जागरूकता पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण के लिये मार्ग प्रशस्त करना चाहती हैं। संधू कहती हैं, ''मैं मासिक धर्म स्वच्छता के साथ महिला सशक्तीकरण की वकालत करती हूं। मेरी मां एक स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के बारे में बात करनी चाहिए। मेरे समुदाय में, महिलाएं अभी भी अपने शरीर और उनके स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी चीज के बारे में बात करने में असहज महसूस करती हैं।'' उन्होंने कहा, ''इसी वजह से मैं स्तन कैंसर सर्जरी के संबंध में विभिन्न संगठनों के साथ प्रमुख रूप से काम कर रही हूं। समय पर पता चलने पर इसका इलाज किया जा सकता है। मैं उन सभी मुद्दों के बारे में भी बात करूंगी, जो मिस यूनिवर्स संगठन से संबंधित हैं। मैं अपनी मां की मदद से विभिन्न मुद्दों के बारे में बात करना चाहूंगी।''