नई दिल्ली । केरल के दो जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं में मृतकों की संख्या रविवार को बढ़कर 22 हो गई। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति से निपटने के लिए राज्य को मदद की पेशकश की है। बारिश प्रभावित विभिन्न इलाकों से 22 शव बरामद किए गए। इनमें कोट्टायम से 13 और इडुक्की से नौ शव बरामद हुए। स्थिति को देखते हुए सेना के साथ-साथ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम ने बचाव अभियान जारी रखा है। अधिकारियों ने बताया कि कोट्टायम और इडुक्की जिलों के पर्वतीय इलाकों में शनिवार को भारी बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ एवं भूस्खलन से लोगों की मौत हुई।
इडुक्की की जिलाधिकारी शीबा जॉर्ज ने बताया कि खराब मौसम के कारण इडुक्की के पहाड़ी इलाकों में यात्रा पर प्रतिबंध है। उन्होंने बताया, ''अब तक नौ शव बरामद किए गए हैं। दो लोग लापता हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन से फोन पर बात की और बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की। मोदी ने ट्वीट किया, केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन से बातचीत की और केरल में भारी बारिश तथा भूस्खलन के मद्देनजर स्थिति पर विचार-विमर्श किया। अधिकारी घायलों और प्रभावितों की सहायता के लिए काम कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, मैं सभी के सुरक्षित रहने और उनकी भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, यह दुखद है कि केरल में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कुछ लोगों की मृत्यु हो गई।
मेरी संवदेनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित केरल के लोगों को हर संभव सहायता मुहैया कराएगा। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि सरकार भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर केरल के कुछ हिस्सों की स्थिति पर लगातार नजर रख रही है। केरल में विपक्ष के नेता वी डी सतीसन ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार प्रभावित क्षेत्रों में समय पर बचाव अभियान शुरू करने में विफल रही है। उन्होंने कोक्कायार और कूट्टिकल का दौरा किया था।कोट्टयम जिले के कुट्टिकल में 40 वर्षीय व्यक्ति, उसकी 75 वर्षीय मां, 35 वर्षीय पत्नी और 14, 12 और 10 वर्ष की तीन बच्चियों सहित परिवार के छह लोगों की मौत हो गई। परिवार का मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया था।
तीन लोगों के शव कल बरामद किए गए थे और शेष शव आज बचावकर्मियों ने खोजे। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि दक्षिणपूर्वी अरब सागर तथा उससे लगते केरल पर कल बना कम दबाव का क्षेत्र अब कमजोर हो गया है। विभाग ने कहा, इसके प्रभाव से केरल और माहे में 17 अक्टूबर को दूर दराज के इलाके में भारी बारिश के आसार हैं और इसके बाद ये कम हो जाएगी। एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि कोट्टयम पहुंचे सेना के एक दल ने मलबे में लापता लोगों की तलाश के लिए अभियान शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया, स्थानीय सूत्रों के अनुसार कुछ लोग अब भी फंसे हुए हैं। अभी भारी बारिश का कोई अनुमान नहीं है। पैंगोड सैन्य स्टेशन की मद्रास रेजीमेंट ने कूट्टीकल से चार किलोमीटर दूर कवाली गांव में बचाव अभियान शुरू किया।