मुंबई । बॉलीवुड फिल्म निर्माता करण जौहर मानते हैं कि हाल के दिनों में हिंदी फिल्में तेलुगु फिल्मों जितना कारोबार नहीं कर रही हैं। उन्होंने तेलुगु फिल्मों की व्यावसायिक सहनशक्ति को समझाने के लिए अल्लू अर्जुन की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'पुष्पा' का उदाहरण भी दिया।
बॉलीवुड निर्देशक ने कहा कि बिना किसी प्रचार के, अल्लू अर्जुन की 'पुष्पा' को केवल कुछ पोस्टर और ट्रेलर के साथ रिलीज किया गया था। भले ही अल्लू अर्जुन को उत्तर में लोग कम जानते है, लेकिन फिल्म ने बॉक्स-ऑफिस पर बहुत पैसा कमाया है। करण ने कहा कि एक 'पैन-इंडिया फिल्म' की पूरी शब्दावली एस.एस. राजामौली की 'बाहुबली' से शुरू होती है।
उन्होंने कहा कि 'बाहुबली 1' ने 112 करोड़ रुपये का कारोबार किया था, जबकि राजामौली की पिछली फिल्म 'मक्की' ने हिंदी में सिर्फ 1 करोड़ रुपये कमाए थे। करण ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि राजामौली की आगामी मैग्नम ओपस 'आरआरआर' सबसे बड़ी ओपनर्स में से एक होने जा रही है और भारत में अकेले अपने हिंदी वर्जन के पहले दिन 30 करोड़ रुपये जमा कर सकती है।
करण ने दक्षिण भारतीय सिनेमा, विशेष रूप से तेलुगु फिल्मों पर अपने विचारों के साथ एक अखिल भारतीय फिल्म क्या है, इस पर चर्चा की है।