क्या हैं बीआरओ के नए प्रोजेक्ट?
बीआरओ द्वारा बनाए गए इन 75 प्रोजेक्ट्स में 22 सड़कें, 51 पुल और दो अन्य प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। इनमें से 19 जम्मू और कश्मीर में, 18 अरुणाचल प्रदेश में, 11 लद्दाख में, 9 उत्तराखंड में, 6 सिक्किम में, 5 हिमाचल प्रदेश में, 2-2 बंगाल और राजस्थान में और एक-एक नागालैंड, मिजोरम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में स्थित हैं। इन 75 प्रोजेक्ट्स के साथ ही बीआरओ ने इस साल कुल 111 इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को पूरा कर लिया है। इनकी कुल लागत 3,751 करोड़ रुपये है।
पूर्वोत्तर के राज्यों को मजबूत करने के प्रोजेक्ट
शनिवार को उद्घाटन किए गए प्रमुख प्रोजेक्ट्स में से एक सिक्किम में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण कुपुप-शेरथांग रोड है। यह रोड जवाहर लाल नेहरू मार्ग और जुलुक अक्ष के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में काम करती है। यह सेना के जवानों और उपकरणों को अग्रिम इलाकों में ले जाने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करती है। सिंह ने कहा कि ये प्रोजेक्ट्स रणनीतिक कारणों से सीमावर्ती बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के साथ-साथ इन क्षेत्रों, खासकर पूर्वोत्तर के सामाजिक-आर्थिक विकास को सुनिश्चित करने के लिए सरकार के 'अटूट संकल्प' का प्रमाण हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अपने तीसरे कार्यकाल में सीमावर्ती बुनियादी ढांचे को और तेज गति से मजबूत करना चाहती है। सिंह ने 2024-25 के बजट में बीआरओ के लिए 6,500 करोड़ रुपये के आवंटन का जिक्र करते हुए कहा, 'भारत आने वाले समय में सबसे सुरक्षित और मजबूत देशों में से एक होगा।'