न्याय मिलने में कहां आती है दिक्कत?
रिसर्च बताती है कि अपराध रोकने के लिए कड़ी सजा से ज्यादा जरूरी है अपराधी का पकड़ा जाना। भारत में अपराधी पकड़े जाने के बाद भी कानूनी प्रक्रिया में देरी और दिक्कतें होने की वजह से सजा की दर कम होती है। गवाह मुकर जाते हैं, सबूत मिट जाते हैं, और सामाजिक दबाव के कारण पीड़ित केस वापस ले लेते हैं। 2022 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के लगभग 4.5 लाख मामले दर्ज हुए, यानी हर घंटे महिलाओं के खिलाफ 50 से ज्यादा अपराध। लेकिन कुछ राज्यों में सामाजिक मानदंडों और दबाव के कारण ऐसे मामलों की रिपोर्टिंग मुश्किल हो सकती है, जबकि अन्य राज्यों में बेहतर पुलिस व्यवस्था और जागरूकता है।