कोरबा। श्री अग्रसेन कन्या महाविद्यालय एवं श्री अग्रसेन कन्या विद्यालय में उत्साह एवं देश भक्ति के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। मुख्य अतिथि शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायी एवं वरिष्ठ नागरिक विश्वनाथ भोपालपुरिया ने ध्वजारोहण कर तिरंगे को सलामी दी। विशिष्ट अतिथि के रूप में अग्रवाल सभा के अध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल, अग्रसेन शिक्षण समिति महाविद्यालय के अध्यक्ष सुनील जैन उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अग्रसेन शिक्षण समिति स्कूल के अध्यक्ष सी.ए. अखिलेश अग्रवाल ने की।
प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी श्री अग्रसेन कन्या महाविद्यालय एवं अग्रसेन कन्या विद्यालय में स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओंं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुती दी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रतिष्ठित व्यवसायी विश्वनाथ भोपालपुरिया ने ध्वजारोहण किया। इस दौरान अपने संक्षेप उद्बोधन में उन्होंने उपस्थित जनों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए छात्र-छात्राओं को आजादी का महत्व समझाया। उन्होंने यह भी कहा कि आज के युग में प्रत्येक व्यक्ति के लिए शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए सभी छात्र-छात्राओं को मन लगाकर पढ़ाई में ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही कम्प्यूटर का ज्ञान भी अत्यंत आवश्यक है क्योंकि आज का युग कम्प्यूटर का युग है। बच्चों को मोबाईल और टीवी से दूर रहने की भी हिदायत दी।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अग्रवाल सभा के अध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल ने अपने उद्बोधन की शुरूआत में देश के आजादी के लिए बलिदान देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंंने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह अपने मातृभूमि के प्रति दायित्व की निर्वहन के लिए कटिबद्ध रहे। कार्यक्रम को अग्रसेन शिक्षण समिति महाविद्यालय के अध्यक्ष सुनील जैन ने
भी संबोधित किया। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विशेष रूप से अग्र्रवाल सभा के सचिव गोपाल अग्रवाल, श्री अग्रसेन कन्या महाविद्यालय के सचिव पवन अग्रवाल, श्री अग्रसेन कन्या विद्यालय के सचिव त्रिलोकीनाथ बजाज, अनुप अग्रवाल, राजेश केडिया, गजानंद अग्रवाल, इंजी. राज अग्रवाल, दिनेश अग्रवाल (अधिवक्ता), कीर्ति अग्रवाल, अखिलेश अग्रवाल, श्री अग्रसेन कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. मनोज कुमार झा, श्री अग्रसेन कन्या विद्यालय की प्राचार्या शोभा सोनी सहित बड़ी संख्या में शिक्षण संस्था के शिक्षक-शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं व आमजन उपस्थित रहे।