वनडे वर्ल्ड कप के 3 चैंपियन इंग्लैंड, पाकिस्तान और श्रीलंका को 3 महीने पहले ही भारत में हराने वाली अफगानिस्तान टीम फिर भारत आ रही है। टीम कल यानी 11 जनवरी से भारत में 3 टी-20 की सीरीज का पहला मैच खेलेगी। सीरीज जून में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के लिहाज से अहम है।
50 ओवर के फॉर्मेट में हाल-फिलहाल कमाल का खेल दिखलाने वाली अफगान टीम ने टी-20 फॉर्मेट में खेले गए कुल मैचों में से 63% जीते हैं। हालांकि अफगान टीम भारत के खिलाफ किसी भी फॉर्मेट में कोई मैच नहीं जीत सकी है।
भारत-अफगानिस्तान के 5 टी-20 हुए, 4 में भारत जीता
टी-20 फॉर्मेट में भारत और अफगानिस्तान के बीच 5 मैच हुए हैं। 4 भारत ने जीते, जबकि एक मुकाबला बेनतीजा रहा। वहीं सभी फॉर्मेट मिलाकर दोनों टीमों के बीच 10 मैच हुए, 8 भारत ने जीते। एक मैच टाई रहा, जबकि एक बेनतीजा रहा।
अफगान टीम ने 62.80% टी-20 जीते, 24 में से 17 सीरीज अपने नाम की
अफगानिस्तान का ओवरऑल टी-20 फॉर्मेट में रिकॉर्ड शानदार रहा है। टीम ने 1 फरवरी 2010 को पहला टी-20 खेला था। तब से टीम ने 121 मैच खेले और 76 में जीत दर्ज की। यानी जीत परसेंटेज 62.80% का रहा।
द्विपक्षीय सीरीज में भी टीम का रिकॉर्ड बेहतरीन रहा। टीम ने 24 सीरीज खेलीं और 70.83% यानी 17 में जीत दर्ज की। 5 सीरीज टीम ने गंवाई, जबकि 2 ड्रॉ भी खेलीं।
अफगानिस्तान पहली बार भारत के खिलाफ 3 मैचों की टी-20 सीरीज खेलेगा और टीम ने अब तक ज्यादातर सीरीज एसोसिएट देशों के खिलाफ ही खेलीं। हालांकि टीम वेस्टइंडीज और पाकिस्तान को टी-20 सीरीज में मात दे चुकी है। इसलिए भारत के लिए भी खतरा पैदा कर सकती है।
एशियन गेम्स के फाइनल तक पहुंची थी अफगानिस्तान
अफगानिस्तान की टीम ने टी-20 में तीन अलग-अलग तरह के मेजर टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है। इनमें टी-20 वर्ल्ड कप, एशिया कप और एशियन गेम्स शामिल हैं। एशिया कप और वर्ल्ड कप में टीम कभी नॉकआउट राउंड में नहीं पहुंच सकी।
एशियन गेम्स में अफगानिस्तान ने पिछले साल ही सिल्वर मेडल जीता। तब भारत के खिलाफ टीम का गोल्ड मेडल मैच बारिश के कारण बेनतीजा रहा था। भारत को बेहतर टी-20 रैंकिंग के कारण गोल्ड मेडल दिया गया था।
टॉप परफॉर्मर: शहजाद बेस्ट बैटर, राशिद टॉप विकेट टेकर
टी-20 में मोहम्मद शहजाद और राशिद खान अफगानिस्तान के टॉप परफॉर्मर रहे। शहजाद ने इस फॉर्मेट में अफगानिस्तान के लिए सबसे ज्यादा 2048 रन बनाए, जबकि राशिद खान ने सबसे ज्यादा 81 विकेट लिए हैं।
पाकिस्तान के रिफ्यूजी कैंप में पनपा अफगान क्रिकेट
अफगानिस्तान के लोगों में क्रिकेट का शौक पाकिस्तान में रिफ्यूजी कैंप में रहने के दौरान पनपा। 80 के दशक में देश में युद्ध चल रहा था, इस वजह से बड़ी संख्या में अफगान नागरिक पाकिस्तान में रिफ्यूजी बनकर आए थे।
पाकिस्तान में पहले से क्रिकेट लोकप्रिय था। 1992 में पाकिस्तान के वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद वहां खेल और भी मशहूर हो चला। तब कैंप में मौजूद अफगानी बच्चों ने भी क्रिकेट खेलना शुरू किया। बाद में राशिद खान जैसे स्टार अफगान क्रिकेटर भी ऐसे ही रिफ्यूजी कैंप से ही सामने आए।
1995 में अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड का गठन हुआ। इस बोर्ड को 2001 में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल से एफिलिएशन मिला। 2003 में एशियन क्रिकेट काउंसिल ने अफगान क्रिकेट को मान्यता दी और 2009 में टीम ने पहला इंटरनेशनल मैच भी खेल लिया। ये मुकाबला स्कॉटलैंड के खिलाफ वनडे फॉर्मेट में खेला गया था।