कंगना रनौत के लिए राहत भरी खबर है। आखिरकार उनकी फिल्म 'इमरजेंसी' को सेंसर बोर्ड (CBFC) ने सर्टिफिकेट दे दिया है। पर साथ ही कुछ सीन्स हटाने के निर्देश भी दिए हैं। सेंसर बोर्ड ने फिल्म को U/A सर्टिफिकेट दिया है और कहा है कि बताए गए सीन्स को हटाने के बाद ही फिल्म रिलीज हो सकेगी।
Emergency पहले 6 सितंबर को थिएटर्स में रिलीज होनी थी, लेकिन ट्रेलर आने के बाद से ही इस पर विवाद शुरू हो गया था। फिल्म को कंगना रनौत ने डायरेक्ट किया है, और वह इसमें प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के रोल में हैं। 'इमरजेंसी' को लेकर कुछ सिख संगठनों ने आपत्ति जताई थी और पंजाब में खूब विरोध हुआ। इसके कारण 'इमरजेंसी' का सर्टिफिकेशन रोक दिया गया था।
'दैनिक भास्कर' की रिपोर्ट के मुताबिक, सेंसर बोर्ड ने अब सख्त हिदायत दी है कि 'इमरजेंसी' की रिलीज से पहले उसमें बताए गए 10 बदलाव करने होंगे। साथ ही 3 सीन भी डिलीट करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि फिल्म में जहां-जहां विवादित बयान हैं, वहां फैक्ट्स भी दिखाए जाएं। सेंसर बोर्ड ने यह भी कहा कि फिल्म में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड मिल्हौस निक्सन ने जहां भारतीय महिलाओं पर अपमानजनक टिप्पणी की और जहां ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल ने भारतीयों को खरगोशों की तरह रीप्रोडक्शन करने वाला बयान दिया था, वहां बयान के सोर्स दिखाने होंगे। 'इमरजेंसी' में सेंसर बोर्ड ने कंगना रनौत के प्रोडक्शन हाउस 'मणिकर्णिका फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड' को उन 10 बदलावों की लिस्ट भेजी है, जो फिल्म में किए जाने हैं। इनमें ज्यादातर वो सीन्स हैं, जिन पर सिख संगठनों ने आपत्ति जताई है।
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इस सीन को भी हटाने का निर्देश
बताया जा रहा है कि 'इमरजेंसी' के उस सीन को पूरी तरह से बदलने या डिलीट करने को कहा है, जिसमें पाकिस्तानी सैनिकों को बांग्लादेश शरणार्थियों पर हमला करते हुए दिखाया गया है। इसमें पाक सैनिकों को बच्चों और महिलाओं पर हमला करते हुए दिखाया गया है।
सिख संगठनों ने किया था विरोध
कंगना का कहना था कि सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट न मिलने के कारण फिल्म तय समय पर रिलीज नहीं हो सकी। अब जब सर्टिफिकेट मिल चुका है, तो यह देखना होगा कि 'इमरजेंसी' की रिलीज का रास्ता साफ हो पाता है या नहीं। ऐसा इसलिए क्योंकि सिख संगठनों ने 'इमरजेंसी' पर तथ्यों के साथ तोड़-मरोड़ और उनकी भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया था।
सिख संगठनों के आरोप, कंगना के पोस्टर पर चप्पल मारी
सिख संगठनों ने आरोप लगाया कि 'इमरजेंसी' में सिखों को आतंकवादी दिखाने का प्रयास किया गया है। यही नहीं, एक कैरेक्टर को जरनैल सिंह भिंडरांवाला भी बनाया गया है। हजारों सिख मुंबई स्थित 4 बंगला गुरुद्वारे के बाहर इकट्ठा हुए और उन्होंने कंगना के खिलाफ खूब नारेबाजी की थी। उन्होंने कंगना के पोस्टर्स पर चप्पल भी मारी थी।