जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को नए आतंकवादी संगठन तहरीक लब्बैक या मुस्लिम (TLM) का खुलासा हुआ है। काउंटर इंटेलिजेंस विंग (CIK) और पुलिस ने मंगलवार को श्रीनगर, गांदरबल, बांदीपोरा, कुलगाम, अनंतनाग और पुलवामा में कई लोकेशन पर छापा मारा।
पुलिस ने बताया कि TLM बैन आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ही एक अलग ग्रुप है। भास्कर को सूत्रों ने बताया कि TLM आतंकवादियों की भर्ती करने का एक मॉड्यूल है, जिसे पाकिस्तान का हैंडलर बाबा हमास चला रहा था।
CIK और पुलिस का ऑपरेशन अभी जारी है। TLM के बारे में और ज्यादा जानकारी सामने आएगी। गांदरबल अटैक में एक डॉक्टर समेत 7 मजदूरों की जान गई थी। हमले के चश्मदीद ने बताया कि 2 आतंकवादी शॉल ओढ़कर आए और मेस में बैठे मजदूरों पर गोली चलाई।
CIK ऑपरेशन में अब तक क्या मिला
अब तक 10 लोकेशन पर छापा मारा गया है। 7 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। 14 मोबाइल फोन और एक लैपटॉप जब्त किया गया है। कुछ मटेरियल भी जब्त किया गया है।
गांदरबल अटैक की जिम्मेदारी TRF ने ली, अब TLM सामने आया
गांदरबल अटैक की जिम्मेदारी भी लश्कर के ही एक संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है। इसका मास्टरमाइंड TRF का चीफ शेख सज्जाद गुल है। इस हमले के 2 दिन बाद एजेंसीज ने नए संगठन TLM का खुलासा किया है। आगे की जांच में यह पता चल सकता है कि गांदरबल अटैक के पीछे इस TLM का हाथ है या नहीं।
TRF का धारा 370 कनेक्शन, मकसद- अस्थिरता फैलाना
2020 के बाद TRF टारगेट किलिंग की ज्यादातर घटनाओं में शामिल रहा। कश्मीरी पंडितों, प्रवासी कामगारों, सरकारी अफसरों, नेताओं और सिक्योरिटी फोर्सेस को निशाना बनाता है।
370 हटने के बाद सरकारी योजनाओं, कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास की योजनाओं पर पानी फेरना और अस्थिरता फैलाना मकसद है। सरकार या पुलिस में काम करने वाले उन स्थानीय मुस्लिमों को भी निशाना बनाया है, जिन्हें वे भारत का करीबी मानते हैं।