भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज शाम अपने निवास पर पत्रकारों से बातचीत की। कमलनाथ ने पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट से लगी रोक के संबंध में कहा कि याचिकाकर्ताओं के वकील रोटेशन लागू कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट गए थे। लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट ने ओबीसी आरक्षण निरस्त करने का फैसला सुनाया तो उस समय उस पर अपना पक्ष रखने की जिम्मेदारी निर्वाचन आयोग और मध्य प्रदेश सरकार के वकीलों की थी। यह वकील माननीय न्यायालय में उपस्थित थे लेकिन उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सरकार का कोई पक्ष नहीं रखा।
कमलनाथ ने कहा कि इस घटना से साफ है कि मध्य प्रदेश की सरकार जानबूझकर ओबीसी का आरक्षण समाप्त करना चाहती है। इसीलिए जानबूझकर पंचायत चुनाव की प्रक्रिया ही इस तरह बनाई गई कि उसमें बहुत सारी संवैधानिक कमियां रह जाएं।
कमलनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता सिर्फ झूठ प्रचार करने में लगे हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी हमेशा से ओबीसी विरोधी पार्टी रही है और कांग्रेस ने ही हमेशा ओबीसी वर्ग को प्रदेश और देश में अधिकार दिए हैं।
कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने ही सबसे पहले 1980 में ओबीसी को अधिकार देने के लिए राम जी महाजन आयोग का गठन किया था। कांग्रेस की दिग्विजय सिंह सरकार में पहली बार ओबीसी को 14% आरक्षण दिया गया था। कांग्रेस सरकार ने ही 2003 में ओबीसी आरक्षण बढ़ाकर 27% किया था। उसके बाद से बनी भाजपा सरकारों ने इस आरक्षण को समाप्त हो जाने दिया और ओबीसी को आरक्षण देने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
कमलनाथ ने कहा कि उनकी सरकार ने 2019 में फिर से ओबीसी को 27% आरक्षण दिया जिसे उच्च न्यायालय में बहुत खराब पैरवी कर के शिवराज सिंह चौहान सरकार खत्म कराना चाहती है।
मध्य प्रदेश पंचायत चुनाव के संबंध में कमलनाथ ने कहा सुप्रीम कोर्ट में अवकाश चल रहा है ऐसे में सरकार अगर वाकई ओबीसी के आरक्षण के साथ चुनाव कराना चाहती है तो उसे तत्काल सुप्रीम कोर्ट में स्पेशल लीव पिटिशन लगानी चाहिए, इस काम में कांग्रेस पार्टी सरकार का पूरा सहयोग देगी।
कमलनाथ ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वह एक साथ चुनाव चाहते हैं और ओबीसी आरक्षण के साथ चुनाव चाहते हैं। कांग्रेस पार्टी ओबीसी को अधिकार दिलाना चाहती है जबकि भारतीय जनता पार्टी चुनाव कराने से भाग रही है।
कमलनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को झूठ और पाखंड फैलाने की जगह ओबीसी वर्ग को अधिकार देने के बारे में सोचना चाहिए। लेकिन भारतीय जनता पार्टी सिर्फ आरक्षण समर्थन का दिखावा करती है जबकि उसके मन में ओबीसी विरोध भरा हुआ है। भाजपा आरक्षण विरोधी पार्टी है और कांग्रेस पार्टी उसकी इस मंशा को कभी पूरा नहीं होने देगी। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता ओबीसी के आरक्षण को बचाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देगा।