भोपाल । आज 12 नवम्बर 2021 को मिन्टो हॉल के शिलान्यास को 112 वर्ष पूर्ण हो गये। मिंटो हॉल का शिलान्यास 12 नवम्बर 1909 में गवर्नर लॉर्ड एवं लेडी मि ण्टो द्वारा किया गया था। इसका निर्माण भोपाल के 12 वें शासक नवाब सुल्तान जहां बेगम द्वारा वर्ष 1936 में पूर्ण किया गया।
वर्ष 1956 से 1996 तक मध्यप्रदेश राज्य की विधानसभा के रूप में इस भव्य इमारत का उपयोग किया गया।
तत्पश्चात, म.प्र. राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा हेरिटेज इमारत मिंटो हॉल का संरक्षण एवं संवर्द्धन कर कन्वेन्शन सेन्टर के रूप में विकसित किया गया है।
वास्तुविद द्वारा मिण्टो हॉल में संपूर्ण भवन के संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य पुरातन कालीन पद्धति से किया गया, पत्थरों पर उकेरी गई संरचनाओं को पुनर्जीवित किया गया, भवन के अंदर सुंदर ज़रदोजी कला को मूल स्वरूप में लाया गया, बाहरी दीवारों जो मूलतः बासोदा स्टोन की बनी हुई है उनके ऊपर चढी हुई रंगो की परतों को मूल स्वरूप में लाया गया। भवन के आर्किटेक्चर को ध्यान में रखते हुये लैण्डस्केपिंग का कार्य कराया गया।
मिंटो हॉल में पुरातत्व मानकों के अनुसार उन्नयन कार्य कर मूल स्वरूप को परिवर्तित न करते हुये नवीनीकरण के कार्य किये गये हैं। जिसमें 500 व्यक्तियों की क्षमता का मुख्य हॉल, 133 व्यक्तियों की क्षमता का एक हॉल, 80 व्यक्तियों की क्षमता के तीन हॉल एवं 25 व्यक्तियों की क्षमता के बोर्ड रूम तैयार किये गये हैं। मिंटो हॅाल के उन्नयन कार्य में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मानकों अनुसार HVAC Air Conditioning Systems, Audio, Video System, Building Management System, Fire Fighting Plants एवं मुख्य हॉल के स्टेज पर LED स्क्रीन स्थापित है।
मिंटो हॉल में रूफ-टॉप पर भोपाल की हरियाली, तालाब, बिड़ला मंदिर, नयी विधानसभा का विहंगम द्श्य देखने के साथ साथ एक रेस्टोरेंट एवं कला वीथिका का निर्माण किया गया है एवं मिंटो हॉल के सामने संपूर्ण परिसर का प्लांटेशन कर भव्यता के साथ लैण्डस्केप एवं पार्किंग विकसित की गई हैं, इसके साथ ही परिसर में खूबसूरत लॉन भी है जो इसकी शोभा को और भी भव्य बनाता है।
म.प्र. पर्यटन विकास की श्रृंखला में मिंटो हॉल का संरक्षण/संवर्द्धन एक महत्वपूर्ण कदम है, म.प्र. में होने वाली इन्वेस्टर्स मीट एवं कॉन्फ्रेन्सेस हेतु अत्यंत उपयोगी है इसके साथ ही यहाँ अनेक प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जा सकता है यह कन्वेंशन सेण्टर राजधानी एवं प्रदेश के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
भवन में अधिक से अधिक लोगों की बैठक व्यवस्था तैयार की गई है जिसका विवरण निम्नानुसार हैः
1- राजा भोज हॉल (मुख्य हॉल) 500 व्यक्तियों की क्षमता
2- शाहजहाँ बेगम हॉल 80 व्यक्तियों की क्षमता
3- नवाब हमीदुल्ला ऑडिटोरियम हॉल 133 व्यक्तियों की क्षमता
4- सुल्तान जहां मीटिंग रूम (ग्राउंड फ्लोर) 50-60 व्यक्तियों की क्षमता
5- सुल्तान जहाँ मीटिंग रूम (फर्स्ट फ्लोर) 50-60 व्यक्तियों की क्षमता
6- कुदसिया बेगम बोर्ड रूम (ग्राउंड फ्लोर) 25 व्यक्तियों की क्षमता ।
राजधानी में स्थित अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेण्टर मिन्टो हॉल प्रदेश ही नहीं देश में एक मात्र ऐतिहासिक इमारत में विकसित किया गया कन्वेंशन सेण्टर है जिसकी भव्यता देखते ही बनती है। विगत तीन वर्षों में अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेण्टर मिन्टो हॉल में शासकीय, अर्धशासकीय एवं निजी संस्थाओं ने यहाँ भव्य कार्यक्रम आयोजित किये हैं इसके साथ ही अनेक फिल्मों, वेबसीरिज व सीरियल की शूटिंग भी यहाँ हो चुकी है।