बैठकें हंगामेदार होंगी
निशिकांत दुबे के कड़े शब्दों वाले संवाद से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि समिति में बहुमत वाली भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए, वेणुगोपाल द्वारा नियामक को मुश्किल में डालने के किसी भी कदम का विरोध करेगी। इससे संकेत मिलता है कि इस मुद्दे पर उनकी बैठकें हंगामेदार होंगी। अन्य विपक्षी दल क्या रुख अपनाते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा। इससे पहले, पीएसी की एक बैठक में दुबे ने अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों के संबंध में बुच को बुलाने की योजना पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि सेबी के मामले में पीएसी का कार्य बाजार नियामक द्वारा केंद्रीय निधियों के उपयोग की जांच करने तक सीमित है और इसके निर्णयों की जांच तक विस्तारित नहीं है।