भोपाल । मध्यप्रदेश की तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव परिणाम आने के बाद जहां भाजपा उत्साहित नजर आ रही है, वहीं कांग्रेस से सत्ता और बाहुबल से प्रभावित चुनाव बता रही है। दोनों तरफ से राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है, हालांकि अभी तक किसी ने भी सोशल मीडिया पर इसको लेकर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन बयान जरूरी जारी किए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी अब तक चुनावों को लेकर कोई कमेंट्स नहीं किया है।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रुझान पार्टी के पक्ष में आने पर कहा कि कांग्रेस सिर्फ सोशल मीडिया की पार्टी है। कमलनाथ से लेकर दिग्विजय सिंह समेत सभी नेता सिर्फ सोशल मीडिया पर ही एक्टिव रहते हैं। संवेदना व्यक्ति करने से लेकर भाजपा पर आरोप तक सोशल मीडिया पर ही लगाते हैं। सड़क पर कभी नजर नहीं आते। चुनाव आते ही यह सोशल मीडिया पर प्रकट हो जाते हैं। चुनाव खत्म होते ही यह भी गायब हो जाते हैं। यह पार्टी के कार्यकर्ताओं की मेहनत और लोगों के स्नेह की जीत है। पार्टी के हर कार्यकर्ता ने मेहनत की है। जनता के बीच में गए। उनसे संवाद किया और उनकी परेशानियों को जाना। मंहगाई मुद्दा हमेशा रहता है, लेकिन जनता को पता है कि ईमानदारी से प्रयास कौन कर रहा है। यही कारण है कि जानता भाजपा के साथ है।
भाजपा ने यूपी से गुंडे बुलाए
पूर्व मंत्री और भोपाल से कांग्रेस विधायक ने भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि अभी तक जो भी रुझान आ रहे हैं, वह संतोषजनक नहीं हैं, लेकिन यह भाजपा की जीत नहीं बल्कि सत्ता और बाहुबल का असर है। भाजपा ने यूपी से गुंडों को बुलाकर यहां पर उनका उपयोग किया। सत्ता का उपयोग करते हुए कर्मचारियों और अधिकारियों को डराया धमकाया गया। जबरन भाजपा के पक्ष में माहौल बनाया गया। इसी का नतीजा यहां दिख रहा है। जहां लोग भाजपा के बहकावे में नहीं आए, वहां नतीजा उनके उलट है। हम जनता के साथ और उनके विश्वास के साथ चुनाव लड़े हैं। कमलनाथ के साथ पूरी पार्टी और हर कार्यकर्ता पूरी जिम्मेदारी से खड़ा है।