भारत के निखिल चौधरी ने नार्दर्न सबअर्ब टीम की ओर से 28 गेंदों में 71 रन की धुआंधार पारी खेली। इसी के साथ उनकी टीम क्वींसलैंड टी-20 मैक्स फाइनल में पहुंच गई है। सेमीफाइनल में गोल्ड कोस्ट के खिलाफ अपनी इस पारी में उन्होंने 7 गगनचुंबी छक्के जमाए थे।
वे ऐसा ही प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया की घरेलू टी-20 लीग बिग बैश (BBL) में होबार्ट हरिकेंस की ओर से दिखा रहे हैं। निखिल ने मेलबर्न स्टार्स के खिलाफ 16 गेंद पर 32 रन जमाए थे।
पंजाब से खेल चुके हैं सैयद मुश्ताक अली और विजय हजारे ट्रॉफी
निखिल का बिग बैश का सफर इसलिए शुरू हुआ क्योंकि उन्हें भारत की ओर से खेलने का मौका नहीं मिला था। 1996 में दिल्ली में जन्मे निखिल ने पंजाब की ओर से घरेलू क्रिकेट खेला था। उन्होंने 2016-17 में हरियाणा के खिलाफ सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से डेब्यू किया। विजय हजारे ट्रॉफी में भी हरियाणा के खिलाफ ही लिस्ट ए डेब्यू किया। उन्होंने पंजाब के लिए 16 टी-20 और 2 लिस्ट ए मैच खेले। उन्होंने अंडर-19 वर्ल्ड कप में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया।
भारत में ज्यादा मौके नहीं मिले तो उन्होंने करियर को आगे बढ़ाने के लिए ऑस्ट्रेलिया जाने का फैसला किया। वे चार साल पहले ब्रिस्बेन पहुंचे और वहां क्लब क्रिकेट खेलने का मौका मिला। उन्हें अपने खेल से पहचान मिलनी शुरू हो गई है। निखिल को ब्रिस्बेन हीट की ओर से कोविड रिप्लेसमेंट के रूप में टीम में शामिल किया गया, लेकिन फिर उनका करियर अधर में लटक गया। पिछले साल सितंबर की शुरुआत तक उन्हें बिग बैश से कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिला था, तो वे आशंकित हो गए।
निखिल कहते हैं, ‘मुझे लगता था कि बिग बैश का अनुबंध मिल जाएगा। लेकिन आप जो चाहते हैं वैसा नहीं होता तो अंदर तक टूट जाते हैं।’ हालांकि, कुछ दिन बाद निखिल के एजेंट ने उन्हें फोन कर बताया कि होबार्ट हरिकेंस से करार मिल गया है। इस फोन ने निखिल की जिंदगी बदल दी और उनका ऑस्ट्रेलिया में पेशेवर क्रिकेटिंग करियर सही राह पर चल पड़ा।'
हरभजन की कप्तानी में कई मैच खेले निखिल
निखिल ने पंजाब की ओर से हरभजन सिंह की कप्तानी में भी कई मुकाबले खेले थे। इस ऑलराउंडर खिलाड़ी ने कहा, भारत में क्रिकेट बिल्कुल अलग है। वहां बड़े खिलाड़ियों को भगवान जैसा पूजा जाता है। मैं जब पहली बार हरभजन सिंह के अंडर खेला तो बहुत नर्वस था। लेकिन, जब धीरे-धीरे मैंने उनसे बातचीत करनी शुरू की तो पता चला कि वे काफी विनम्र इंसान हैं।