नई दिल्ली । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को 37वें स्थापना दिवस पर राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी)
बल को बधाई देते हुए कहा कि यह आतंकवाद के सभी पहलुओं से निपटने के लिए एक विश्व स्तरीय प्रशिक्षित बल है और देश को अपने सैनिकों पर गर्व है। हर साल 16 अक्टूबर
को एनएसजी का स्थापना दिवस मनाया जाता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड, एनएसजी की
स्थापना 1984 में हुई
थी। तब केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एक विशेष आतंकवाद-रोधी बल बनाने का निर्णय लिया था, जो आतंकवाद सभी पहलुओं से निपटने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हो। इसका उपयोग सिर्फ असाधारण स्थितियों में ही किया जाता है। इस साल एनएसजी की स्थापना की 37वीं वर्षगांठ है। एनएसजी को ब्लैक कैट्स के नाम से भी जाना जाता है।
गृह मंत्री ने ट्वीट किया, 'हमारे बहादुर एनएसजी कर्मियों को उनके 37वें स्थापना दिवस पर बधाई। एनएसजी आतंकवाद के सभी पहलुओं से निपटने के लिए एक विश्व स्तरीय प्रशिक्षित बल है। इस बल ने अपने आदर्श वाक्य 'सर्वत्र
सर्वोत्तम सुरक्षा' पर खरा
उतरने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। भारत को एनएसजी ब्लैक कैट्स पर गर्व है। एनएसजी को केवल असाधारण परिस्थितियों में तैनात किया जाता है। एसएजी में राज्य पुलिस बलों या केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों का समावेश होता है। इसके देश में छह परिचालन केंद्र हैं, जिसमें सातवें की योजना पठानकोट में है। एनएसजी आतंकवादी हमलों, बंधकों को
छुड़ाने और अपहरण जैसी विभिन्न उच्च दबाव वाली स्थितियों से निपटने में सक्षम है।
2020 से पहले एनएसजी देश में वीआईपी सुरक्षा को भी संभालती थी, लेकिन केंद्र सरकार ने उसे वीआईपी सुरक्षा से हटाने का फैसला किया था। इस कदम के पीछे का कारण यह बताया गया कि एनएसजी को आतंकवाद निरोधी अपने मूल दायित्वों पर फोकस करने की जरूरत है।
बता दें कि इस बल का जब गठन हुआ था तब इसके मूल कामों में वीआईपी सुरक्षा शामिल नहीं थी। ब्लैक कैट्स ने 2008 में
26/11 के मुंबई हमलों के दौरान 'ऑपरेशन ब्लैक
टॉरनेडो' के जरिए
एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। एनएसजी कमांडो ने नरीमन हाउस, ताजमहल पैलेस
होटल और ओबेराय ट्राइडेंट होटल पर अन्य बलों के कर्मियों के साथ समन्वय करते हुए सभी आतंकवादियों को मार गिराया।