कोरिया। राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार आज शासकीय आदर्श कन्या उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय, बैकुंठपुर में संकुल स्तरीय पालक-शिक्षक मेगा बैठक का आयोजन किया गया। इस आयोजन में बैकुन्ठपुर विधायक, भईयालाल राजवाड़े, कोरिया कलेक्टर संजय चंदन त्रिपाठी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, डॉ आशुतोष चतुर्वेदी की गरिमामयी उपस्थिति में संकुल स्तरीय पालक- शिक्षक मेगा बैठक का आयोजन किया गया।
विधायक राजवाड़े ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न योजना बनाई गई है, जिससे बच्चे अपने बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। बच्चों को अच्छे से पढ़ाई करने हेतु पालको को अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देकर पढ़ाना चाहिए।
नव पदस्थ कलेक्टर संजय चंदन त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में शिक्षा के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि पढ़ाई में बच्चों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो और उनके अभिभावकों को परेशानी न हो इस बात की ध्यान शासन ने रखा है। शासन द्वारा कॉपी, पुस्तक, साइकल वितरण भी की जा रही है। आज इस अवसर पर 165 छात्राओं को सरस्वती साइकिल योजना के तहत वितरण भी की गई। कलेक्टर त्रिपाठी ने शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षा ही एक ऐसा रास्ता है, जिससे व्यक्ति को सफलता मिलने में आसानी होती है, चाहे वह किसी भी क्षेत्र में हों, शिक्षा का बहुत बड़ा योगदान होता है।
उन्होंने समस्त अभिभावकों, पालकों से आग्रह किया कि बच्चों के शिक्षा को लेकर वह गंभीर रहें, बच्चों से पढ़ाई-लिखाई से सम्बंध में लगातार बातचीत करते रहें और हमेशा अपने बच्चों को प्रोत्साहित करें व विद्यालय के संपर्क में रहे। कलेक्टर त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षक-पालक का संवाद बना रहे। उन्होंने बच्चों से आव्हान किया कि पढ़ाई के लिए एक निश्चित समय-सीमा निर्धारित करें, मुझे पढ़ना है, आगे बढ़ना है इस ध्येय से पढ़ाई करें। अभिभावकों से कहा कि घर में बच्चों के पढ़ने के लिए एक शांत माहौल जरूर उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि बच्चों से पढ़ाई के सम्बंध में जानकारी लेते रहें, अनायस स्कूल से अनुपस्थित होने पर मोबाइल के माध्यम से पढ़ाई जरूर कराएं।
बता दें कोरिया जिले के सभी 73 संकुल केन्द्रो में संकुल स्तरीय पालक-शिक्षक मेगा बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में पालक, जनप्रतिनिधि, शिक्षक उपस्थित थे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 समुदाय को लाभ एवं उनकी भूमिका के तहत बालवाडी में पढ़ाई शाला के लिए तैयारी, घर की भाषा में शिक्षा, खिलौनों से सीखना, शाला से बाहर के बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ना, पीछे छूट रहे बच्चों के लिए विशेष उपचारात्मक कक्षाओं का आयोजन, शाला विकास समिति / शाला विकास एवं प्रबन्धन समिति का गठन, सभी बच्चों में मूलभूत दक्षताओं का विकास, शालाओं में पौधारोपण एवं पोषण वाटिका तैयार करना, बच्चों को उनकी स्थानीय संस्कृति एवं परंपराओं से परिचित करवाना, मुस्कान पुस्तकालय का बेहतर उपयोग, बस्ताविहीन शनिवार, अनुभव से समझ के साथ सीखना, बच्चों के लिए समग्र प्रगति कार्ड पर चर्चा किया गया।
इस मेगा बैठक में वरिष्ठ जनप्रतिनिधि कृष्ण बिहारी जायसवाल, जिला शिक्षा अधिकारी, जितेन्द्र कुमार गुप्ता, तहसीलदार अमृता सिंह सहित विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षक एवं पालकगण उपस्थित थे।