रावण को लोग श्रद्धा से याद करते हैं, रावण का पुतला नहीं जलाते

Updated on 16-10-2021 07:04 PM

बैजनाथ। सुनने में भले ही कुछ अटपटा लगे। लेकिन यह सच है कि पूरा देश जहां विजयदशमी के हर्षोल्लास में डूब रहा होगा, वहीं हमारे ही देश में एक ऐसा स्थान भी है। जहां तो लंका दहन होगा ही रावण के पुतले जलाये जायेंगे। हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के बैजनाथ कस्बे में लोग सदियों से रावण को बुराई का प्रतीक नहीं मानते यहां दशहरा नहीं मनाया जाता। यह परंपरा सदियों से चली रही है। आज भी इसे लोग निभा रहे हैं। रावण को स्थानीय लोग पूरी श्रद्धा से याद करते हैं। जिसके चलते यहां रावण का पुतला जलाना निषेध है। लोगों का मानना हैं कि पुतला जलाने से भगवान शिव नाराज हो जाते हैं।


बताया जाता है कि इस जगह लंकापति रावण ने भगवान शिव जी की तपस्या कर उन्हें प्रसन्न किया था। मान्यता है कि यहां पर भगवान शिव के जिस शिवलिंग की स्थापना हुई है, उसे रावण यहां लाया था। यहां भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए रावण ने अपने सिर को भी अर्पित कर दिया था। हिमालय पर सदियों तक तपस्या करने के बाद भगवान शिव ने रावण को दर्शन दिए और वरदान मांगने को कहा था। रावण की पूजा से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उसे दशानन (दस सिर) का आशीर्वाद दिया था, तब शिव ने कहा था कि शिवलिंग को ले जाओ मगर इसे धरती पर जहां रखोगे वहां पर यह भूमि में समा जाएगा और वहां पर शिव मंदिर बन जाएगा।

रावण शिवलिंग को लेकर जब बैजनाथ के करीब से गुजर रहे थे तब उन्हें लघु शंका के कारण यहां पर आराम कर रहे एक राहगीर को शिवलिंग पकड़ा और कहा कि इसे धरती में रखना और वह लघु शंका से मुक्त होकर वापस ले लेंगे। रावण लघुशंका के लिए गए और राहगीर उस शिवलिंग के भार को सह सका और उसे धरती पर रख दिया जहां पर आज बैजनाथ शिव मंदिर है और यहां पर अब हजारों श्रद्धालु शिव भक्ति करते हैं। वहीं मंदिर के निकट ही एक अन्य शिव मंदिर है जहां पर एक चट्टान है जिसे रावण का पैर माना जाता है। लोग यहां पर रावण शिव दोनों की भक्ति करते हैं।

यहां की मान्यता है कि काफी वर्षों पहले किसी ने रावण को जलाने दशहरा मनाने का प्रयास किया था पर उसके घर में अनहोनी घटना घटित हो गई उसके बाद यहां पर कभी किसी ने रावण को जलाने की हिम्मत नहीं जुटाई। वहीं इस बैजनाथ शहर में कोई भी दुकान ऐसी नहीं हैं जहां पर सोने के गहने खरीदे या बेचे जाते हों। ही कोई स्वर्णकार है।

इसके लिए कहावत है कि पार्वती ने जहां पर शिव अर्धनारीश्वर के रूप में होंगे वहां पर कोई भी सुनार का सोने का काम नहीं कर सकते, पार्वती रावण की लंका में हुए एक आयोजन को लेकर नाराज थीं जिस कारण यहां बैजनाथ में भी अगर कोई सुनार का काम खोलता है उसे फायदे के बजाए किसी अनहोनी घटना का शिकार होना पड़ता है। लोग मानते हैं कि रावण अपने निजी जीवन में बुरा रहा हो, लेकिन इस शहर में भगवान शिव की स्थापना करने और शिवभक्त होने के नाते उसका पुतला नहीं जलाया जाना चाहिए। दशहरा हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को इसका आयोजन होता है। भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था तथा देवी दुर्गा ने नौ रात्रि एवं दस दिन के युद्ध के उपरान्त महिषासुर पर विजय प्राप्त की थी। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है।


अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 23 November 2024
भाजपा की सहयोगी पार्टी तेलगु देशम पार्टी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अडाणी रिश्वत मामले पर प्रतिक्रिया दी है। नायडू ने विधानसभा में कहा कि…
 23 November 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 7 बजे दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय पहुंचेंगे। यहां वे कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। इस दौरान वे महाराष्ट्र-झारखंड चुनाव के नतीजों पर चर्चा करेंगे।महाराष्ट्र की 288…
 23 November 2024
देश के उत्तरी राज्यों के साथ अब मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी ठंड का असर बढ़ता जा रहा है। शनिवार को राजस्थान और मध्य प्रदेश के 18 शहरों में…
 23 November 2024
दिल्ली 5 दिन बाद शुक्रवार शाम को फिर गैस चैंबर में तब्दील हो गई। शनिवार सुबह 6 बजे भी दिल्ली के 9 इलाकों में प्रदूषण गंभीर कैटेगिरी में रिकॉर्ड किया…
 22 November 2024
नई दिल्ली : भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 का शुभारंभ करेंगे। इसकी घोषणा सहकारी संस्था इफको, भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालयऔर अंतरराष्ट्रीय सहकारी गठबंधन द्वारा संयुक्त रूप…
 22 November 2024
शराब नीति केस में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याचिका पर गुरुवार दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने ED को नोटिस जारी किया। इसमें जांच एजेंसी से…
 22 November 2024
भाजपा ने गुरुवार को कहा अडाणी ग्रुप के खिलाफ अमेरिकी केस में नामित चारों राज्यों में भाजपा की सरकार नहीं थी। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और तमिलनाडु में उसकी सहयोगी पार्टी…
 22 November 2024
झुंझुनूं में श्मशान घाट में चिता पर लेटा व्यक्ति जिंदा हो गया। हालांकि, 12 घंटे बाद जयपुर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं, जिंदा युवक को मृत…
 22 November 2024
उदयपुर में डंपर ने कार को टक्कर मार दी। हादसे में 5 युवकों की मौत हो गई। मृतकों में हेड कॉन्स्टेबल का बेटा भी था। हादसा रात गुरुवार करीब 12…
Advt.