नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार सुबह टोक्यो पैरालिंपिक में शानदार प्रदर्शन कर स्वदेश लौटे खिलाड़ियों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने इस दौरान खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के लिए बधाई देने के साथ ही भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं। भारतीय खिलाड़ियों ने इन खेलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए पांच स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य पदक जीतकर अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। इसी के साथ ही भारत 19 पदक जीतकर अंक तालिका में 24वें स्थान पर रहा। प्रधानमंत्री ने खेलों के लिए रवाना होने से पहले ही खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा था कि वापसी पर वह उनसे मिलकर उनके अनुभवों पर बात करेंगे।
इससे पहले बुधवार को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पदक विजेताओं को सम्मानित किया और उम्मीद जतायी कि देश के पैरा एथलीट साल 2024 के पेरिस ओलंपिक में और भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा, ‘मुझे याद है कि 2016 पैरालिंपिक में भारतीय दल में 19 खिलाड़ी थे जबकि इस साल देश ने 19 पदक जीते हैं। आपने हमें दिखा दिया कि इंसान का जज्बा सबसे ज्यादा मजबूत होता है. ’
ठाकुर ने कहा, ‘हमारे पदकों की संख्या करीब पांच गुना बढ़ी है। पहली बार हमने टेबल टेनिस, तीरंदाजी में भी पदक जीते हैं। वहीं पहली बार हमने कैनोइंग और पावरलिफ्टिंग में हिस्सा लिया। हमने दो विश्व रिकार्ड की बराबरी की और इनसे ज्यादा रिकार्ड तोड़े।’ उन्होंने खिलाड़ियों को सरकार के पूर्ण सहयोग देने की बात करते हुए कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों को सहयोग देने के सरकार के रुख में बड़ा बदलाव हुआ है। सरकार पैरालंपियनों को आगे भी इसी प्रकार सुविधायें देना जारी रखेगी जिससे वे भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और बेहतर शानदार प्रदर्शन कर सकें। ’
साथ ही उन्होंने कहा, ‘हम अपने पैरालंपियन खिलाड़ियों के लिये अधिक क्षेत्रीय और राष्ट्रीय टूर्नामेंट कराने के भी प्रयास करेंगे जिससे वे नियमित रूप से प्रतिस्पर्धा कर अपने प्रदर्शन को ठीक कर सकें।’ इस कार्यक्रम में पूर्व खेल मंत्री किरेन रीजीजू तथा खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक के अलावा खेल सचिव रवि मित्तल, भारतीय खेल प्राधिकरण के महासचिव संदीप प्रधान और भारतीय पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष दीपा मलिक भी शामिल हुईं।