आधी रात तक होता रहा हंगामा
पुलिस ने शनिवार रात अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, लेकिन स्टेशन रोड थाने पर 500 लोगों की भीड़ जमा हो गई और उन्होंने शांत होने से इनकार कर दिया। एसपी लोढ़ा एक टीम के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन उनके पीछे-पीछे बड़ी भीड़ भी आ गई। एसपी ने उन्हें तितर-बितर होने को कहा और तभी पथराव शुरू हो गया। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। रात करीब साढ़े आठ बजे शुरू हुआ उपद्रव आधी रात तक जारी रहा।
अन्य जिलों से बुलाई गई पुलिस
रतलाम के जौरा कस्बे और धार जिले से भी पुलिस टीमें बुलाई गईं। रविवार सुबह एसपी लोढ़ा ने कहा कि जांच में गणेश प्रतिमा पर पथराव की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस ने शिकायत दर्ज कराने वाले तीन लोगों से पूछताछ की, जिनमें ट्रांसजेंडर काजल और लखन राजवानिया शामिल हैं। एसपी लोढ़ा ने कहा कि तीनों ने घटना के बारे में असंगत जानकारी दी है।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
पुलिस ने रात में दंगा और नारेबाजी करने के आरोप में 13 नामजद और 150 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एफआईआर में जिन लोगों के नाम हैं उनमें काजल, लाखन, रवि शर्मा, महेंद्र सोलंकी, जलज सांखला, रवि सेन, विजय प्रजापति, नितेश, मुकेश बंजारा, मंथन भोंसले, अमन जैन, जयदीप गुर्जर और अजु बरगुंडा शामिल हैं। इन पर भीड़ को उकसाने, हंगामा करने और गाड़ियों में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया गया है।
ये आरोपी हिरासत में
सांखला भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के जिला उपाध्यक्ष हैं। लखन, काजल और सोलंकी को शनिवार देर रात गिरफ्तार किया गया था। दो अन्य, मुकेश बंजारा और अज्जू बरगुंडा को रविवार को हिरासत में लिया गया था।