कोरबा कोरबा जिले में घर से पैदल निकले एक आरक्षक के साथ लूटपाट की वारदात दिनदहाड़े हो गई। आरोपियों को पहचान लेने के कारण कुछ ही घंटे के भीतर पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया। पता चला हैं की 3 नाबालिग आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया था।
मिली जानकारी के अनुसार संतोष कश्यप पिता रामभगत कश्यप निवासी साडा कालोनी जमनीपाली थाना दर्री छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की 17वीं बटालियन कबीरधाम में आरक्षक के पद पर कार्यरत है। वह 16 फरवरी को दोपहर करीब 12 बजे अपने घर से निकलकर मुख्य मार्ग की और पैदल चलते हुए गोपालपुर एनटीपीसी जा रहा था। मुख्य मार्ग में हीरो शोरूम के पास पहुंचा ही था कि सड़क किनारे यात्री प्रतिक्षालय के पास एकाएक 3 लड़के पहुंचे। एक बड़े लड़के ने पीछे से आरक्षक का गला पकड़ लिया और 2 लड़कों ने सामने की ओर आकर आरक्षक के पैंट की जेब में रखे 4600 रुपए लूट लिया। वारदात के बाद तीनों वहां से भाग गए। आरक्षक ने तत्काल डॉयल 112 को फोन कर वारदात की सूचना दी।
मौके पर आए 112 के कर्मियों को लुटेरों लड़कों का हुलिया की जानकारी दी जिसके बाद आरक्षक को साथ लेकर अयोध्यापुरी बस्ती की ओर पुलिस कर्मी रवाना हुए। बस्ती में ही ये तीनों लड़के नजर आ गए जिन्हें आरक्षक ने पहचान लिया। तीनों लड़कों को पकड़कर पूछताछ में लूट करना स्वीकार किया। तीनों आरोपी नाबालिग बताए गए हैं। इनके विरूद्ध धारा 392, 34 भादवि के तहत जुर्म दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही उपरांत बाल संप्रेक्षण गृह भेजने की कार्यवाही की गई।