बिलासपुर। शहर के प्रमुख मार्गों में से एक गोलबाजार के दोनों छोर पर बड़ी आबादी निवास करती है। शाम के समय लोग अपने घरों को लौटते हैं और तोरवा से मंगला तक का यह सीधा एवं सरल मार्ग हजारों लोगों के लिए आवागमन का प्रमुख साधन है।
रास्ते में 30 से अधिक ठेले-खोमचे वाले
सिम्स चौक से लेकर सदरबाजार और गोलबाजार तक 30 से अधिक की संख्या में ड्राई फ्रूट्स व अन्य ठेले वाले जबरन ठेला लगाकर दुकान चला रहे हैं। इन अस्थायी दुकानों को स्थायी बनाकर चलाने वालों के कारण लोगों को अनावश्यक जाम का सामना करना पड़ता है।
बेतरतीब खड़ी ई-रिक्शा बनती है जाम का कारण
व्यापारियों का कहना है कि वर्तमान में ई-रिक्शा का चलन काफी तेजी से बढ़ा है। ई-रिक्शा चालक कहीं भी वाहन को खड़े कर देते हैं, जिससे यातायात अवरुद्ध होता है। कुछ ई-रिक्शा चालक एक हाथ में मोबाइल और दूसरे हाथ में स्टेयरिंग रखते हैं, जिससे जाम की स्थिति बढ़ती है। कार्रवाई न होने के कारण इनका हौसला बुलंद है।