मैनचेस्टर । इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान जो रुट ने कहा है ओवल जैसी पिचों पर खेलने से उनकी टीम टेस्ट क्रिकेट में और बेहतर होकर उभरेगी। इस टेस्ट में मेजबान टीम को हार का सामना करना पड़ा था पर इसके बाद भी कप्तान का मानना है कि पिच टेस्ट मैच के लिये शानदार थी और वह चाहेंगे कि इसी प्रकार की और पिचों पर उन्हें घरेलू काउंटी मैच भी खेलने को मिलें। ओवल में शुरूआत में तेज गेंदबाजों जबकि बाद में बल्लेबाजों को सहायता मिली थी। वहीं अंतिम दिन पिच फिर गेंदबाजों को सहायता देनी लगी। ऐसे में भारतीय गेंदबाजों ने दूसरी पारी में इंग्लैंड के बल्लेबाजों को आसानी से आउट कर दिया।
रूट ने कहा, ‘‘घरेलू पिच का लाभ हमेशा ही मिलता रहेगा। देश में मौसम के कारण, बारिश की वजह से पिच की तैयार करने में बाधा उत्पन्न हो सकती है पर मेरा मानना है कि मैं वास्तव में अच्छी टेस्ट पिच बनाने के लिये प्रोत्साहित करूंगा। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर हमें दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम बनना है तो हमें अच्छे विकेट पर खेलना पड़ेगा जो कुछ समय के लिये सपाट हों। हमें साथ ही स्कोरबोर्ड के दबाव से निपटने का तरीका भी सीखना होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें टेस्ट मैच के अंत में स्पिन लेती पिच के दबाव से निपटना भी आना चाहिए।’’
गौरतलब है कि भारत के बेहतरीन तेज गेंदबाजी आक्रमण के सामने घास वाली पिच तैयार करना भी इंग्लैंड के लिये आसान नहीं रहेगा। रूट ने पांचवें टेस्ट के लिये तैयार की गयी पिच को नहीं देखा है पर पिछले साल वह ओल्ड ट्रैफर्ड के हालात में तीन बार खेले थे जिससे उन्हें इसका अच्छा अंदाजा है। रूट ने शुक्रवार से शुरू होने वाले पांचवें टेस्ट से पहले कहा, ‘‘हमारे हिसाब से हम इंग्लैंड के अनुरूप हालात चाहते हैं। और उम्मीद करते हैं कि हमें इस हफ्ते यही हालात मिलेंगे। ’’रूट ने कहा कि पिछले हफ्ते की पिच टेस्ट के लिये अच्छी पिच का सटीक उदाहरण थी और वह काउंटी किक्रेट में भी इसी तरह के विकेट का इस्तेमाल होते देखना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अंत में यह अच्छे विकेट पर खेलने की चुनौती होती है। यह चुनौती का हिस्सा होता है। यह मायने नहीं रखता कि आप साल के किस समय में खेलते हो। और अगर आप पिछले टेस्ट मैच को देखो तो यह इसका शानदार उदाहरण था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पहली पारी में आपको सीम और स्विंग मिली। फिर यह बीच में बल्लेबाजी के लिये मददगार हो गयी और फिर बाद में इस पर रिवर्स स्विंग होने लगी। मेरा मतलब है कि इस पर सभी के लिये सबकुछ था। ’’