भोपाल । राजस्व से जुड़ी समस्याओं का समय पर समाधान करने इन दिनों प्रदेशभर में अभियान चलाया जा रहा है। शुद्धिकरण अभियान के नाम से चल रहे इस अभियान में एसडीएम से लेकर तहसीलदार, पटवारी समेत सभी राजस्व अमला जुटा है, ताकि समय पर लोगों की समस्याओं का समाधान कर सकें, लेकिन इन अभियान की वास्तविक हकीकत यह है कि राजस्व अमला समाधान करने की बजाय खुद ही समस्याओं में उलझ गया है।
दरअसल प्रकरणों को सुधारने के बाद राजस्व विभाग की साइट एमपी भूलेख में इन्हें अपलोड करना है। विभाग के कर्मचारी प्रकरणों को आफलाइन सुधारने के बाद जब इन्हें आनलाइन करने के लिए विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करते हैं तो सर्वर ही नहीं खुलता। घंटों सिस्टम के सामने एक ही प्रकरण को लिए बैठे रहना पड़ रहा है। इस वजह से प्रकरण का समाधान नहीं हो रहा बल्कि मामले लगातार लंबित होते जा रहे हैं।
क्या है दिक्कत
जानकारी के अनुसार शुद्धिकरण अभियान के तहत नाम, खसरा, पता, नियम और अन्य कारणों से आदेश में हुई अशुद्धियों को भी सुधारा जा रहा है। इन आदेशों को सुधारने के बाद जब इन्हें विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करना होता है। सुस्त सर्वर की वजह से यह साइड ही नहीं खुलती। सुबह से लेकर शाम तक यही हालात है। अधिकारियों का कहना है कि सर्वर की परेशानी पूरे प्रदेश में आ रही है, जिसे जल्द ही दूर किया जाएगा।
एक नवंबर से ही सर्वर डाउन
जानकार बताते हैं कि यह समस्या एक नवंबर से बनी है। आम दिनों में भी सर्वर को लेकर शिकायत रही है, लेकिन इन दिनों प्रदेशभर में सर्वर ठप चल रहा है। जिस कंपनी को इसकी जिम्मेदारी दी है, वह इस समस्याओं को अभी तक नहीं सुधार पाई है। बावजूद इसके विभाग और सरकार ने इसका समाधान अभी तक नहीं तलाशा है। यही वजह है कि आफलाइन तो सुधार रहे, लेकिन आनलाइन में आकर फंस रहे हैं।
क्या है शुद्धिकरण अभियान
गौरतलब है कि प्रदेशभर में राजस्व प्रकरणों को सुधारने के लिए परेशान लोगों ने आवेदन मांगे गए। जिसमें 30 अक्टूबर तक जिलों में बड़ी संख्या में विभाग के पास प्रकरण पहुंचे। इनका समाधान करने एक नवंबर से अभियान शुरू किया गया और राजस्व विभाग के आला अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी। आवेदन के अलावा अन्य लंबित प्रकरणों को भी समाधान किया जा रहा है। इस दौरान नामांतरण, खसरा समेत सभी प्रकरण में किए गए आदेशों में हुईं अशुद्धियों को भी सुधारकर उन्हें भूलेख साइड पर अपलोड करने का काम चल रहा है।
इनमें चल रहा सुधार
फौती नामांतरण, भूमिस्वामी, नाम सुधार, खसरा रकवा, एवं नक्शा संबंधित त्रुटियों का सुधार, व्यपवर्तन, डाटा एन्ट्री, डाटा परिमार्जन, खसरा क्षेत्रफल सुधार, रिक्त भूमि स्वामी, सक्रिय मलू एवं बटांक खसरा, मिसिंग खसरा, भूमि प्रकार एवं भूमि स्वामी प्रकार संशोधन, अल्फा न्यूमेरिक खसरा, नक्शा तरमीम के कुल 6 हजार 136 आवेदन प्राप्त हुए थे। इन्हीं आवेदनों का राजस्व रिकार्ड शुद्धिकरण अभियान के तहत निराकरण किया जा रहा है।