भोपाल । अखिल भारतीय दिगम्बर जैन युवक-युवती तीन दिवसीय ऑनलाईन परिचय सम्मेलन (टोंग्याजी वाला) का शुभारंम चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग द्वारा किया गया। इस अवसर पर जैन समाज की मिलन स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
सम्मेलन के दूसरे दिन रविवार को पांच देशों क्रमश: अमेरिका, जापान, थाईलैण्ड , ऑस्ट्रेलिया एवं कनाडा सहित देश भर के प्रत्याशियों ने भाग लेकर इस आनलाईन परिचय को घर बैठकर देखा। सम्मेलन के दूसरे दिन लगभग 25000 से अधिक लोगों ने परिचय सम्मेलन में भाग लिया और 450 युवक-युवती जूम मीटिंग से जुड़े परन्तु समय की कमी के कारण केवल 180 युवक-युवती ही अपना-अपना परिचय दे पाये।
इस ऑन लाईन परिचय सम्मेलन के लिये अखिल भारतीय दिगम्बर जैन युवक-युवती परिचय सम्मेलन के मीडिया प्रभारी एवं प्रवक्ता सुनील जैनाविन ने बताया कि तीन दिवसीय परिचय सम्मेलन के दूसरे दिन 25000 से अधिक लोग जूम एप के माध्यम से शामिल हुए और 450 युवक-युवती जूम मीटिंग से जुड़े परन्तु समय की कमी के कारण केवल 180 युवक-युवती ही अपना-अपना परिचय दे पाये और युवक-युवतियों द्वारा अपने जीवन साथी के बारे में अपनी-अपनी इच्छा जाहिर कर अपना परिचय दिया। श्री जैनाविन ने बताया कि परिचय सम्मेलन से जुड़े युवक युवतियों ने अपनी इच्छा जाहिर कि " जीवन साथी धार्मिक प्रवृत्ति का हों और एक दूसरे के परिवार को मान-सम्मान दें और कदम से कदम मिलाकर इस जीवन यात्रा को सार्थकतापूर्वक सफलता के साथ आगे बढ़ाएं, जो जीवन साथी समझदार होगा वह परिवार के विषय में धर्म के विषय में हर क्षेत्र में संतुलित होगा। अभिभावकों ने कहा कि हमें दामद नहीं बेटा चाहिए, हमें बहु नहीं बेटी चाहिए। कुछ युवकों ने हायर पैकेज की नौकरी छोड़कर पुस्तैनी कारोबार को आगे बढ़ाया जिससे परिवार का साथ मिला ऐसा अपने परिचय के दौरान एक युवक द्वारा कहा गया। सभी ने ऑन लाईन की कार्यक्रम की बहुत प्रशंसा की और कहा कि ऐसे कार्यक्रम से लोगों का समय के साथ-साथ पैसा भी बच रहा है और हम घर पर बैठकर ही अपने परिवार के साथ अपना जीवन साथी चुनने के लिए अपना परिचय दे पा रहे हैं।" प्रवक्ता जैनाविन द्वारा बताया कि कोरोना काल में अपनी जीवन साथी को खो-देने वाले प्रत्याशियों ने भी अपना परिचय दिया और ऑन लाईन के माध्यम से नये जीवन साथी की तलाश की। ''
सम्मेलन का संचालन प्रभात चक्रवंर्ती श्रीमती रुपल भारिल एवं राजीव जैन "सर" ने किया।
परिचय सम्मेलन के प्रवक्ता जैनाविन ने बताया किया सम्मेलन को सफल् बनाने के लिए अध्यक्ष मनोहरलाल टोंग्या ने संपादक प्रोफ़े एनसी जैन, मुख्य संयोजक राकेश सिंघई, पंडित सुभाष जैन, महामंत्री इनजी विनोद जैन, पदम सेठी ,राकेश लहरी, आदित्य मनिया, प्रभात चक्रवर्ती, मुकेश चौधरी, विजय शाहगढ़, विनोद भिंड चंद्र कुमार जैन, मयंक जैन, नितिन जैन, राजीव जैन 'सर' आनंद कुमार आदि सहित समाज के अन्य लोगों ने सम्मेलन को सफल बनाने में अपनी-अपनी भूमिका निभाई।