कॉमेडियन और एक्टर सुदेश लहरी इन दिनों 'लाफ्टर शेफ्स' से छाए हुए हैं। वह इंडस्ट्री का जाना-माना नाम हैं। उनकी कॉमेडी का हर कोई फैन है। वह अपनी कॉमिक टाइमिंग के लिए फेमस हैं। ये अपनी पत्नी ममता के साथ भारती सिंह और हर्ष लिम्बाचिया के पॉडकास्ट में शामिल हुए। वहां खुलकर बातचीत की। शादी से लेकर स्ट्रगल और करियर के बारे में काफी कुछ बताया।
सुदेश लहरी ने पॉडकास्ट में शादी के बारे में कहा, 'लोग लव मैरिज करते हैं, हम हेट मैरिज करते हैं। इसलिए हमने सि्फ अरेंज मैरिज की। ममता मेरे भाई की सालीसाहिबा थी। शादी के वक्त में 17 का था और ये 15 की थी। हम बहुत ही छोटे थे। लेकिन मैं अपने दोस्त के बहकावे में आ गया और शादी करने से मना कर दिया था। लेकिन एक दिन मेरी फैमिली ने कहा कि शादी करना है तो अभी करो।'
100-200 कमाते थे सुदेश लहरी
सुदेश ने आगे अपने पिता के बिजनेस का बारे में बताया। कहा, 'मैं अपने पिताजी के साथ सोने के बिजनेस से जुड़ गया। थोड़ा बहुत सीखा और हर दिन सौ-दो सौ कमा लेता था। उस वक्त तो 100 रुपये बहुत बड़ी बात होती थी। मैं शराब या फिर स्मोक नहीं करता। शुद्ध शाकाहारी हूं। तो ये बात ममता की फैमिली को अच्छी लगी। उन्होंने हमारा रोका करा दिया और कहा कि शादी बाद में कर लेना।'
मंदिर में सुदेश लहरी की शादी हुई
सुदेश लहरी ने बताया, 'मुझे आज भी याद है कि वह रविवार का दिन था जब मैंने उनसे कहा कि मैं अभी शादी कर लूंगा या फिर शादी नहीं करूंगा। इसलिए मेरे परिवार ने उसे उसके चचेरे भाई की शादी से बुलाया, हमें मंदिर ले गए और हमारी शादी करवा दी। कोई बैंड बाजा नहीं, कोई प्लानिंग नहीं, कुछ भी नहीं, सुबह 10 बजे मंदिर में एक सिंपल शादी हुई और दोपहर 12 बजे तक हम घर पर थे।'
सुदेश लहरी की पत्नी दो साल छोटी
सुदेश लहरी की पत्नी ममता ने अपनी शादी के दिनों के बारे में कहा, 'मैं मुश्किल से 15 साल की थी, शादी से पहले हमने एक बार भी बात नहीं की थी इसलिए मैं थोड़ी सी परेशान थी। हालांकि हमारी सगाई हुई तो वो सालभर टिक गई।'
सुदेश लहरी परिवार से अलग हो गए
सुदेश ने अपनी पत्नी की तारीफ करते हुए कहा, 'मजाक से हटकर, सच कहूं तो अगर बिल्लो मेरी जिंदगी में मेरी पत्नी के रूप में नहीं होती तो मैं कुछ नहीं बन पाता। वह मेरा सबसे बड़ा सहारा रही है। मैं एक आर्टिस्ट बनना चाहता था और सोने के काम से जितना कमाता था, बतौर कलाकार उससे भी कम कमाई होती थी। बावजूद इसके हमने अपने परिवार से अलग होने का फैसला किया और किराए के घर में रहने लगे। वो हमारे संघर्ष भरे दिन थे।'
सुदेश लहरी डिब्बे के दीया बनाकर चाय पकाते थे
सुदेश लहरी ने बताया, 'हमारे पास बर्नर के लिए भी पैसे नहीं थे, इसलिए हम घी के डिब्बे से दीया बनाते थे और उस पर बर्तन रख चाय पकाते थे। हम मकान मालिक से बर्तन उधार लेते थे और अपना खाना पकाते थे।' भारती के साथ अपने रिश्ते को याद करते हुए सुदेश ने बताया कि कॉलेज में दोनों खूब शरारत करते थे।
भारती सिंह ने खुद को बताया था सुदेश की दूसरी पत्नी
सुदेश ने बताया, 'भारती जिस कॉलेज में थी, मैं उसको वहां पढ़ाने के लिए जाता था। एक दिन हमारा शूट था। तो सीधे हम घर आ गए। बिल्लो के रिश्तेदार घर पर आए हुए थे तो भारती ने वहां शरारत की और उन लोगों से कह दिया कि वह मेरी दूसरी पत्नी है। इसके बाद बहुत झगड़ा हुआ। लेकिन बाद में बिल्लो को सब बता दिया था।'
सुदेश लहरी ने बीवी-बच्चों को छोड़ दिया था
सुदेश ने बताया कि वह एक बार घर बेचना चाहते थे और अपने बीवी-बच्चों को छोड़ना चाहते थे, 'एक बार हमारे बीच बहुत बड़ा झगड़ा हुआ था, हम 18-19 साल के थे। लेकिन हम अपने झगड़े छुपाते थे। जब मैं 25 साल का हुआ, मैंने एक और ऐसी लाइफ देखी कि सोचता रहा क्या मैंने जल्दी शादी करके कोई गलती की है। दूसरे भी आपकी लाइफ में दखल देते हैं। तो एक बार जब बड़ा झगड़ा हुआ और मैंने घर छोड़ दिया।'
सुदेश लहरी ने बताया कि वह घर बेचने वाले थे
सुदेश ने आगे बताया, 'उस समय हमारे बच्चे हो गए थे और किसी ने मुझे अपना घर बेचने के लिए उकसाया। और मैं बेवकूफ, बिल्लो के सामने ऐसे रिएक्ट किया, जैसे मुझे उससे लड़ने का पछतावा है। उसने मुझे माफ कर दिया तो मुझे अपनी गलती का एहसास हुआ। मैंने ये कन्फेस किया और अपने रिश्ते को मजबूत बनाने का फैसला किया। हमने झगड़े करना बंद कर दिया। मैं सच में उससे बहुत प्यार करता हूं।'