भारतीय कुश्ती संघ (WFI) की रार में एक बार फिर नव निर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह और खेल मंत्रालय आमने-सामने हो गए हैं। संजय सिंह ने IOA की नेशनल चैम्पियनशिप की घोषणा के बाद संघ द्वारा भी राष्ट्रीय चैम्पियनशिप रख दी है। उन्होंने सर्कुलर जारी कर 29 जनवरी से पुणे में चैम्पियनशिप की जानकारी दी है।
जिस पर खेल मंत्रालय ने रविवार को पत्र जारी कर कहा कि निलंबित भारतीय कुश्ती महासंघ के पास सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप आयोजित करने का कोई अधिकार नहीं है। इसके द्वारा आयोजित किसी भी प्रतियोगिता को अस्वीकृत व गैरमान्यता प्राप्त माना जाएगा। पहलवानों को जीतने का कोई भी सरकारी लाभ नहीं मिलेगा।
संजय सिंह की घोषणा से जुड़े पत्र को सोशल मीडिया के एक्स पर शेयर कर भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कैप्टन वीरेन रसकिन्हा ने लिखा है कि उन्हें बहुत दु:ख हो रहा है।
उन्होंने लिखा कि मुझे सभी भारतीय पहलवानों के लिए बहुत दुख हो रहा है। एक ओलिंपिक वर्ष में राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में लगातार आगे-पीछे। यही उनका करियर है। उनके जीवन की यह खिड़की बहुत छोटी है। विशिष्ट एथलीटों के लिए, जब तारीखों पर कोई स्पष्टता नहीं होती है, तो मानसिक रूप से बहुत दर्दनाक होता है। विशेष रूप से वजन आधारित खेल में। जिसे विनेश फोगाट ने भी शेयर किया है।
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) की रार में एक बार फिर नव निर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह और खेल मंत्रालय आमने-सामने हो गए हैं। संजय सिंह ने IOA की नेशनल चैम्पियनशिप की घोषणा के बाद संघ द्वारा भी राष्ट्रीय चैम्पियनशिप रख दी है। उन्होंने सर्कुलर जारी कर 29 जनवरी से पुणे में चैम्पियनशिप की जानकारी दी है।
जिस पर खेल मंत्रालय ने रविवार को पत्र जारी कर कहा कि निलंबित भारतीय कुश्ती महासंघ के पास सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप आयोजित करने का कोई अधिकार नहीं है। इसके द्वारा आयोजित किसी भी प्रतियोगिता को अस्वीकृत व गैरमान्यता प्राप्त माना जाएगा। पहलवानों को जीतने का कोई भी सरकारी लाभ नहीं मिलेगा।
संजय सिंह की घोषणा से जुड़े पत्र को सोशल मीडिया के एक्स पर शेयर कर भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कैप्टन वीरेन रसकिन्हा ने लिखा है कि उन्हें बहुत दु:ख हो रहा है।
उन्होंने लिखा कि मुझे सभी भारतीय पहलवानों के लिए बहुत दुख हो रहा है। एक ओलिंपिक वर्ष में राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में लगातार आगे-पीछे। यही उनका करियर है। उनके जीवन की यह खिड़की बहुत छोटी है। विशिष्ट एथलीटों के लिए, जब तारीखों पर कोई स्पष्टता नहीं होती है, तो मानसिक रूप से बहुत दर्दनाक होता है। विशेष रूप से वजन आधारित खेल में। जिसे विनेश फोगाट ने भी शेयर किया है।
भारतीय कुश्ती टीम का कैंप 9 फरवरी से सोनीपत व पटियाला में
भारतीय कुश्ती संघ की एडहॉक कमेटी ने राष्ट्रीय कुश्ती चैम्पियनशिप के बाद अब राष्ट्रीय कैंप को लेकर भी घोषणा कर दी है। राष्ट्रीय कैंप का आयोजन 9 फरवरी से किया जाएगा। पुरुष वर्ग का कैंप साई सेंटर सोनीपत में और महिलाओं का कैंप पटियाला में होगा। यह कैंप ओलिंपिक तक निरंतर चलेगा।
इस बीच कैंप में चुने जाने वाले पहलवान विदेश में आयोजित होने वाले प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा लेंगे। राष्ट्रीय कुश्ती चैम्पियनशिप का आयोजन 2 से 5 फरवरी तक जयपुर में किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता के आधार पर राष्ट्रीय कैंप के लिए पहलवानों का चयन भी किया जाएगा।
कमेटी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह बाजवा ने बताया कि 1 साल से विभिन्न कारणों के चलते भारतीय कुश्ती प्रभावित रही है, लेकिन नए साल में ऐसी कोई स्थिति नहीं बने। नेशनल कैंप की शुरुआत होगी। कैंप के दौरान सबसे पहली प्राथमिकता 19 से 21 अप्रैल तक कजाकिस्तान में होने वाले ओलिंपिक क्वालिफाइ टूर्नामेंट में अधिक से अधिक कोटा जीतने के लिए बेहतर तैयारी की जाए।