विजय वर्मा, नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, दीया मिर्जा और कुमुद मिश्रा जैसे दिग्गजों की वेब सीरीज 'IC 814: द कंधार हाईजैक' का टीजर रिलीज हो गया है। इसके साथ ही अनुभव सिन्हा के डायरेक्शन में बनी इस सीरीज के रिलीज डेट की भी घोषणा कर दी गई है। करीब 1 मिनट के इस टीजर में वह सब कुछ है, तो साल 1999 में हुए कंधार हाईजैक की यादों को ताजा करता है, दिल को डर से भर देता है और रोमांच जगाता है।कंधार हाईजैक का दर्द आज भी हिंदुस्तान के सीने में नासूर की तरह बना हुआ है। साल 1999 में काठमांडू से इंडियन एयरलाइंस के विमान IC 814 को अगवा किया गया। दहशतगर्द इसे पहले अमृतसर और फिर लाहौर के बाद कंधार ले गए। विमान में सवार 178 यात्रियों के बदले भारत ने तीन खूंखार आतंकियों- मौलाना मसूद अजहर, अहमद ओमर सईद शेख और मुस्ताक अहमद जरगर को अपनी जद से छोड़ा था। अनुभव सिन्हा की सीरीज IC 814: The Kandahar Hijack की घोषणा OTT प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स इसी साल फरवरी में किया है।
टीजर की शुरुआत विजय वर्मा से होती है। वह विमान में पायलट के तौर पर सवार हैं और उड़ान भरने से पहले अपने यात्रियों से मंगलमय यात्रा की कामना करते हैं। इसके बाद हमें विमान के अंदर हंसते-खेलते यात्रियों के चेहरे दिखते हैं और फिर दिखता है खौफ का साया। दहशतगर्द विमान को अपने कब्जे में लेते हैं, तो भारत में सरकारी तंत्र हिल जाता है। टीजर में हमें मंत्री के किरदार में पंकज कपूर, सुरक्षा एजेंसी के चीफ के रूप में नीसरुद्दीन शाह और मंत्रालय के अफसर के तौर पर कुमुद मिश्रा की भी झलक दिखती है।
कब रिलीज होगी वेब सीरीज 'IC 814: द कंधार हाईजैक'
'IC 814: द कंधार हाईजैक' की स्टारकास्ट काफी दमदार है। इसमें दिव्येंदु भट्टाचार्य, पूजा गोर, कंवलजीत सिंह, मनोज पाहवा, पत्रलेखा, यशपाल शर्मा और आदित्य श्रीवास्तव भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। सीरीज की कहानी विमान में और विमान से बाहर क्या हुआ, इसके इर्द-गिर्द घूमती है। मेकर्स ने टीजर के साथ ही इस सीरीज के रिलीज डेट का भी ऐलान किया है। यह सीरीज 29 August 2024 से OTT प्लेटफॉर्म Netflix पर स्ट्रीम की जाएगी।सीरीज में दिखेगी विमान के अंदर और दिल्ली के वॉर रूम की कहानी
अपने इस नए सीरीज के बारे में बात करते हुए अनुभव सिन्हा कहते हैं, 'आप जमीन से 30,000 फीट ऊपर हैं। विमान हथियारों की जद में है और खतरनाक लोग इसे कंट्रोल कर रहे हैं। आपको नहीं पता कि वे क्या चाहते हैं। आपको नहीं पता कि वो जो मांग करने वाले हैं, वह उन्हें दिया भी जा सकता है या नहीं। आप नहीं जानते कि जमीन पर मौजूद लोग आपकी जान की वाजिब कीमत पर मोल-तोल करने के लिए किस हद तक जा सकते हैं। विमान के अंदर और बाहर, भौगोलिक सीमाओं से परे, क्या हुआ, विमान एक ही रात में चार अलग-अलग देशों में उतरा। यह सीरीज इस कुख्यात विमान अपहरण की सच्चाई को दिखाएगी। इसमें विमान के अंदर से लेकर दिल्ली में वॉर रूम और कंधार में वार्ता स्टेशन तक सब शामिल हैं।'यात्रियों की रिहाई के लिए कंधार गए थे विदेश मंत्री
जानकारी के लिए बता दें कि विमान आईसी-814 का 24 दिसंबर, 1999 को काठमांडू से उड़ान भरने के 40 मिनट बाद पांच आतंकवादियों ने अपहरण कर लिया था। इस विमान को सात दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया। इसने काठमांडू से अमृतसर और फिर लाहौर के लिए उड़ान भरी। लाहौर में इसमें फिर से ईंधन भरा गया और यह दुबई के लिए रवाना किया गया। दुबई से यह विमान तालिबान के नियंत्रण वाले कंधार पहुंचा, जहां 31 दिसंबर को सभी यात्रियों को रिहा कर दिया गया। लेकिन इसके बदले हमारे देश को जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर जैसे 3 खतरनाक आंतकी को रिहा करना पड़ा। तब तत्कालीन विदेश मंत्री जसवंत सिंह इन तीनों के साथ कंधार गए, जहां उन्हें अफगान तालिबान के हवाले कर दिया गया।