नयी दिल्ली: डिजिटल परिवर्तन, परामर्श और बिजनेस रीइंजीनियरिंग सेवाएं उपलब्ध कराने वाली अग्रणी कंपनी टेक महिन्द्रा लिमिटेड ने यूएन ग्लोबल कांपैक्ट के साथ एक संयुक्त घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किया है और सरकारों से नवीनतम जलवायु विज्ञान के साथ कोविड-19 से उबरने के प्रयास करने का आह्वान किया है
टेक महिन्द्रा शून्य कार्बन का स्तर हासिल करने की विज्ञान आधारित प्रतिबद्धता दोहराने के साथ ही सरकारों से “धुएं वाली अर्थव्यवस्था से हरित अर्थव्यवस्था की ओर तेजी से रूख करने” का आह्वान करती है। एक शून्य कार्बन वाली अर्थव्यवस्था की दिशा में बढ़कर टेक महिन्द्रा का लक्ष्य इंटरनेट ऑफ थिंग्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ब्लॉकचेन जैसी नये युग की प्रौद्योगिकी का उपयोग कर कार्बन उत्सर्जन में कमी लाना और ऊर्जा का संरक्षण करना है। इसके अलावा, इस कंपनी द्वारा हरित निवेश को बढ़ाने के लिए 10 डॉलर प्रति टन कार्बन डाय ऑक्साइड का आंतरिक कार्बन मूल्य भी लागू किया गया है और अक्षय ऊर्जा का उपयोग 2016 के 1.7 प्रतिशत से बढ़ाकर 2020 में 18 प्रतिशत करने के लिए एक निम्न उत्सर्जन प्रौद्योगिकी भी अपनाई गई है। साथ ही टेक महिन्द्रा ने अक्षय ऊर्जा का स्रोत वर्ष 2025 तक बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है
टेक महिन्द्रा 2050 से पहले ही शून्य उत्सर्जन तक पहुंचने की तर्ज पर वैश्विक तापमान की वृद्धि 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा के भीतर रोके रखने के प्रयासों का समर्थन कर भावी झटकों के प्रति सहन क्षमता निर्माण करने वाली नीतियों के आह्वान के लिए 155 वैश्विक कंपनियों के साथ शामिल हुई हैयह बयान ऐसे समय में आया है जब दुनियाभर की सरकारें कोरोना वायरस के प्रभाव से उबरने में अर्थव्यवस्थाओं की मदद के लिए खबरों डॉलर का प्रोत्साहन पैकेज लाने की तैयारी में हैं क्योंकि ये सरकारें पेरिस समझौते के तहत बढ़ी हुई राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन योजनाएं सौंपने को तैयार हैं।
टेक महिन्द्रा के प्रबंध निदेशक व सीईओ सीपी गुरनानी ने कहा, “कोविड-19 ने हमें हमारी प्राथमिकताएं नए सिरे से तय करने और हेल्थकेयर पर ध्यान देकर एक टिकाऊ विश्व के निर्माण के महत्व को समझने का अवसर दिया है। साथ ही इसने काम करने के नए तरीकों के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने की सीख दी है। टेक महिन्द्रा में हम जिम्मेदारी के साथ एक टिकाऊ कारोबार का निर्माण करने और पर्यावरण पर दीर्घकालीन प्रभावों को ध्यान में रखकर हमारे भागीदारों के लिए मूल्य सृजन करने को प्रतिबद्ध हैं। अब समय आ गया है कि हम प्रौद्योगिकी आधारित समाधान पर ध्यान दें जिससे हमें संकट से उबरकर नए जोश के साथ काम करने में मदद मिल सके।”
यूनाइटेड नेशंस ग्लोबल कांपैक्ट ने एक बयान में कहा है कि 155 हस्ताक्षरकर्ता सभी 34 क्षेत्रों में फैले हैं और इनका कुल बाजार पूंजीकरण 2.4 ट्रिलियन डॉलर का है जहां 50 लाख कर्मचारी कार्यरत हैं। इन कंपनियों द्वारा विज्ञान आधारित लक्ष्य रखने की पहल करने का आह्वान किया गया है और इन्होंने 1.5 डिग्री सेल्सियस की कारोबारी महत्वाकांक्षा यूएन ग्लोबल कांपैक्ट के समक्ष रखी है। हमारा अर्थ कारोबारी गठबंधन से है।
टेक महिन्द्रा के चीफ सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर संदीप चंदना ने कहा, “कोविड-19 ने कारोबारियों को ऐसी रणनीतियां अपनाने का महत्व समझाया है जो पर्यावरण को बुरी तरह प्रभावित किए बगैर अनूठे समाधान पेश करेंशून्य कार्बन उत्सर्जन, संरक्षण और संसाधनों को कुशलता के साथ उपयोग में लाने की हमारी प्रतिबद्धता से हम एक निम्न कार्बन वाली अर्थव्यवस्था की ओर रूख कर सकेंगे और इससे हमारे भागीदारों के लिए टिकाऊ मूल्य का सृजन हो सकेगा। हमारे TechMNxt चार्टर के तहत हमने प्रत्येक कार्य में एक अहम पहलू के तौर पर उत्सर्जन में कमी की व्यवस्था की है और यह हमारी संपूर्ण कारोबारी रणनीति का हिस्सा है।"
टेक महिन्द्रा ऊर्जा की बचत बढ़ाने, परिचालनों को डिजिटल प्रारूप में ढालने और उनके ऑटोमेशन में अपने साझीदारों और ग्राहकों की मदद करती है और टिकाऊ व्यवस्थाओं की जरूरतें पूरी करते हुए सामूहिक कार्य के वातावरण का निर्माण करती है। इसमें सर्विस, स्मार्ट सिटी सॉल्यूशंस के तौर पर माइक्रो ग्रिड, स्मार्ट ग्रिड, स्मार्ट डेटा हब, स्मार्ट स्ट्रीट लाइट, स्मार्ट बिन, स्मार्ट एनर्जी मैनेजमेंट, स्मार्ट मीटरिंग एंड एनालिटिक्स, आईईवीसीएस (इंटेलिजेंट इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग सिस्टम) और केप (कम्युनिटी एक्शन प्लेटफॉर्म फॉर एनर्जी) जैसे समाधान शामिल हैं