तीन रुपए का बनाया वसीयतनामा
इस मामले में एक सबसे चौंकाने वाली बात निकलकर सामने आई है। जमीन की हेराफेरी के लिए सिर्फ तीन रुपए के स्टाम्प पेपर पर वसीयतनामा तैयार किया गया था। इसे अदालत में पेश किया गया।
तहसीलदार ने अधिकार क्षेत्र से बाहर दिया फर्जी आदेश
जांच में यह भी पता चला कि जिस समय यह फर्जीवाड़ा हुआ, उस समय अतिरिक्त तहसीलदार राजेश कौशिक के पास अधारताल तहसील का प्रभार था। इसके बाद भी तहसीलदार धुर्वे ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर इस मामले में हस्तक्षेप किया और फर्जी आदेश पारित किया।
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
एसडीएम शिवाली सिंह ने अपनी जांच के बाद तहसीलदार धुर्वे के आदेश को गैरकानूनी करार देते हुए रद्द कर दिया। उन्होंने 95 वर्षीय शिवचरण पांडे की जमीन हड़पने की साजिश रचने और इसमें शामिल सभी आरोपियों, दीपा दुबे, उसके भाई रविशंकर चौबे, अजय चौबे और जमीन खरीदार हर्ष पटेल के खिलाफ विजय नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
तहसीलदार गिरफ्तार पर बाकी आरोपी फरार
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 229, 318, 336, 338 के तहत मामला दर्ज कर तहसीलदार हरिसिंह धुर्वे को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।