अम्बिकापुर। कलेक्टर विलास भोसकर ने बुधवार को घंघरी स्थित एकलव्य आवासीय विद्यालय का निरीक्षण किया। यहां घंघरी में वर्तमान में एक ही परिसर में एकलव्य आवासीय विद्यालय सीतापुर, बतौली और लुण्ड्रा संचालित हैं जिसमें आवासीय व्यवस्था हेतु अलग-अलग कन्या एवं बालक छात्रावास निर्धारित हैं। कलेक्टर भोसकर ने दोनों भवनों का निरीक्षण किया और बच्चों की रहने, भोजन और शौचालय की सुविधा का अवलोकन किया। उन्होंने सबसे पहले छात्र छात्राओं की उपस्थिति की जानकारी लेते हुए कहा कि आदिवासी बच्चों को बेहतर शिक्षा देकर मुख्यधारा से जोड़ने और अच्छे भविष्य के अवसर देने की मंशा से शासन द्वारा एकलव्य स्कूल संचालित किए जा रहे हैं, इसका लाभ बच्चों को मिले। उन्होंने अनुपस्थित बच्चों को स्कूल और छात्रावास भेजने हेतु परिजनों से संपर्क करने के निर्देश आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त डीपी नागेश को दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों की उपस्थिति शत प्रतिशत हो। हर माह बच्चों की उपस्थिति की रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसी तरह उन्होंने छात्रावास में बच्चों के भोजन और शौचालयों में स्वच्छता का निरीक्षण कर जरूरी निर्देश दिए।
इस दौरान कलेक्टर भोसकर ने बच्चों से सीधे बात करते हुए उनकी जरूरतों को जाना। बच्चों ने खुलकर बात करते हुए कंप्यूटर लैब की मांग कलेक्टर से की, जिसपर कलेक्टर ने तत्काल सहायक आयुक्त को निर्देशित करते हुए 15 दिन में लैब शुरू करने आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने समय समय पर बच्चों के हेल्थ चेकअप की भी जानकारी ली।