कोरबा कोरबा जिलान्तर्गत एसईसीएल दीपका क्षेत्र के ठेका कामगारों और ड्राइवरों की समस्या पर दीपका परियोजना कार्यालय सभागार में एसईसीएल प्रबंधन, अधीनस्थ ठेका कंपनी नागार्जुन एवं रुंगटा तथा ऊर्जाधानी भू-विस्थापित किसान कल्याण समिति संगठन के साथ बैठक हुई। बार-बार आंदोलन के लिए मजबूर होने वाले मजदूरों को राहत देने के कई फैसले बैठक में लिए गए।
नागर्जुन कंपनी द्वारा साइलो एवं सीएचपी में ठेका मजदूरों को काम पर रखने से इंकार कर दिया गया था जिसके कारण उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी। बहुत कम मजदूरी पर काम करने करने के लिए दलालों द्वारा धमकाया गया। दिसम्बर माह से ही यहां के मजदूर आंदोलनरत थे। ऊर्जाधानी संगठन के आंदोलन के दबाव के बाद निकाले गए 52 मजदूरों को वापस रख लिया गया, अब 10 और मजदूरों को काम पर रखा जाएगा।
बढ़ी हुई दर पर मजदूरी दिया जाएगा। सभी कामगारों को पहचान पत्र जारी होगा और ईएसआईसी के साथ ही एसईसीएल के विभागीय चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार की सुविधा मिलेगी, पीएफ की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। सभी कामगारों को आईएसआई मार्का सुरक्षा उपकरण दिया जाएगा। डीजीएमएस से अनुमोदन के पश्चात विगत दिनों दुर्घटना से मृत मजदूर रामचन्द्र उर्रे की शेष 15 लाख दुर्घटना सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
बैठक में तय हुआ है कि ट्रांसपोर्ट ठेका कंपनी रुंगटा के ड्राइवरों के वेतन में वृद्धि किया जाएगा तथा आने वाले समय में एसईसीएल व कोल इंडिया की हाई पावर कमेटी द्वारा निर्धारित वेतन का भुगतान किया जाएगा। उनको आई कार्ड, पीएफ, मेडिकल सुविधा, सुरक्षा उपकरण, 8 घण्टे काम आदि की सुविधा मुहैय्या कराई जाएगी।
संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने बताया कि दीपका परियोजना के अधिकारी शशांक देवांगन, नोडल अधिकारी एस.के. मुखर्जी, सुरक्षा अधिकारी जे.के. दुबे, नागार्जुन व रुंगटा कंपनी के अधिकारी वेंकटेश राव, बी.पी. सिंह की उपस्थिति में हुई बैठक में श्यामू जायसवाल, प्रकाश कोर्राम, गजेंद्र सिंह ठाकुर, ललित महिलांगे, बसंत कुमार कंवर, मुकेश यादव, भागीरथ यादव, बसंत कुमार कश्यप, राहुल जायसवाल, सुभाष सिंह, संदीप सिंह कंवर भी उपस्थित थे।