भोपाल । कोरोना वायरस महामारी के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ते हुए एक फरवरी तक 19,500 पर पहुंच सकती है। इस दौरान प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या डेढ़ लाख होगी। इनमें सात फीसद मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत होगी। यह अनुमान भारतीय सांख्यिकी संस्थान, बेंगलुरू ने लगाया है। अनुमान के अनुसार एक फरवरी के बाद मरीजों की संख्या उसी तरह से घटेगी, जिस रफ्तार से बढ़ेगी। 31 मार्च तक हर दिन मिलने वाले कोरोना मरीजों की संख्या 100 से नीचे आ जाएगी।गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की समीक्षा बैठक में भी इस अनुमान को प्रस्तुत किया गया है।
मुख्यमंत्री ने अनुमानित संख्या के हिसाब से तैयारी करने को कहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मध्य प्रदेश में टीकाकरण अच्छा हुआ है। इस कारण मरीजों की संख्या 19,500 तक पहुंचने का अनुमान लगाया गया है। नहीं तो यह आंकड़ा दोगुने से भी ज्यादा होता। प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या हर दिन दोगुनी रफ्तार से बढ़ रही है। मंगलवार को 595 मरीज मिले थे, जबकि बुधवार को आंकड़ा 1033 हो गया है। प्रदेश के 52 जिलो में से 42 जिले अब कोरोना की चपेट में हैं।
इन जिलों में सक्रिय मरीजों की संख्या 2475 है। इनमें 148 मरीज निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं। भर्ती मरीजों में 34 हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू)/आइसीयू में हैं। हर दिन जितने मरीज मिल रहे हैं, उसके मुकाबले 10 फीसद ही स्वस्थ हो रहे हैं। इस वजह से सक्रिय मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है। 10 दिसंबर को 307 सक्रिय मरीज थे, जो अब बढ़कर 2475 तक पहुंच गए हैं।कोरोना की दूसरी लहर में भी इस रफ्तार से मरीज नहीं बढ़े थे। इसके बाद भी हम सतर्क नहीं हुए।
लापरवाही का यह हाल रहा। भीड़-भाड़ कम नहीं हुई और कोरोनारोधी टीका की दोनों डोज नहीं लगवाई तो कोरोना कहर बरपा देगा। इस बारे में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी का कहना है कि मरीजों की अनुमानित संख्या के लिहाज से बिस्तर तैयार कर रहे हैं। यह अच्छी बात है कि बीमारी गंभीर नहीं हो रही है। अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या कम है।