जबलपुर, । राज्य सभा सांसद एवं वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक कृष्ण तन्खा ने सांसदों की समिति में शामिल होकर
दिल्ली के तिहाड़ जेल का जायजा लिया। रास सांसद सुशील मोदी की अध्यक्षता में बनी सांसदों की समिति के साथ श्री तन्खा ने न सिर्फ तिहाड़ जेल में कैदियों की कठिनाइयों को करीब से जाना बल्कि उनकी तकलीफों, समस्याओं को भी सुना। सांसदो की समिति द्वारा तिहाड़ से संबंधित रिपोर्ट संसद के पटल में रखी जाएगी।
गौरतलब है कि तिहाड़ जेल में संख्या से ज्यादा कैदियों को लेकर कई बार सवाल खड़े किए गए हैं, इसके साथ ही जेल में मिल रही अपर्याप्त सुविधाओं को लेकर भी यहाँ के कैदियों ने कई बार जेल प्रशासन से नाराजगी जताई है। इन मुद्दो पर कई बार लिखा भी गया है। ज्ञात हो कि नवंबर २०१७ में तिहाड़ में व्याप्त अपर्याप्त सुविधाओं को लेकर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने जेल के डायरेक्टर जनरल को जेल के निरीक्षण के आदेश भी दिए थे। दिल्ली हाईकोर्ट ने डीजी जेल को कहा था कि वे यह चेक करें कि क्या जेल में पर्याप्त संख्या में शौचालय हैं और क्या कैदियों के लिए मेडिकल सुविधाएं मौजूद हैं।
इसके साथ ही यह भी देखने का कहा था कि क्या जेल में नियमित सफाई हो रही है या नहीं। दिल्ली हाईकोर्ट ने मीडिया में आई रिपोर्टस पर स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई की थी। ज्ञात हो कि यूके की एक कोर्ट ने एक सट्टेबाज को भारत को प्रत्यर्पण करने के लिए सिर्फ इसलिए इनकार कर दिया था कि तिहाड़ जेल में कैदियों के लिए पर्याप्त सुविधाएं नही हैं। जेल में बंद कुछ कैदियों ने भी कोर्ट को एक पत्र लिखकर कहा था कि जेल में बुनियादी सुविधाओं की कमी है।
महिला आयोग ने कहा था अमानवीय...............
हाल हीं में जुलाई २०२१ को दिल्ली महिला आयोग की टीम जब जेल परिसर के अंदर पहुंची तो उन्होंने पाया की एक छोटे से सेल में ३ महिलाओं को रखा जाता है और उसी सेल के अंदर बिना किसी दरवाजे या दीवार के शौचालय बना हुआ है जो की सेल के अंदर रह रहे कैदियों के लिए एक अमानवीय स्थिति बनाता है। आयोग ने प्रशासन को सुझाव दिया था की इन सेल में बने टॉयलेट को दीवार और दरवाजा बनाकर ढका जाए।