इंदौर। इंदौर क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है, जो बार-बार शादी कर व्यवसायी और ज्वेलर्स से लाखों रुपये की धोखाधड़ी कर चुका है। इसमें लुटेरी दुल्हन ही मास्टर माइंड थी। इसके अलावा गिरोह के बाकी लोग कभी मामा-मामी, तो कभी चाचा-चाची बनकर शादी की रस्में निभाते थे। तीन पीड़ित अभी तक थाने पहुंच चुके हैं, जो गिरोह की सरगना वर्षा को अपनी-अपनी पत्नी बता रहे हैं।
एडिशनल डीसीपी (अपराध) राजेश दंडोतिया के मुताबिक गोमा की फेल निवासी संदीप पिपलिया ने आरोपित वर्षा चौपड़ा (खातीपुरा), सुनीता उर्फ बसंती (बारौली), विजय कटारिया (बारौली) और रेखा निवासी सिंगापुर टाउनशिप के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
सब्जी व्यवसायी संदीप ने वर्षा से पिछले साल 16 मई को प्रेम विवाह किया था। दस महीने बाद ही वर्षा प्लाट के लिए 10 लाख रुपये व अन्य सामान लेकर फरार हो गई। संदीप के मुताबिक वर्षा ने साजिश के तहत विवाद किया और मायके गई।
इस दौरान पता चला वह योगेश नानेरिया, कुलदीप ठाकुर के संपर्क में है। संदीप ने वर्षा को घर लाने की कोशिश की, लेकिन आरोपितों ने फर्जी शिकायतें शुरू कर दीं। कुछ समय बाद वर्षा ने मुंबई के ज्वेलर्स दीपेश जैन से शादी कर ली। यहां दलाल विजय ने मामा, सुनीता ने मामी और रेखा ने चाची का किरदार निभाया।
इसमें भी रेखा ने मां, सुनीता ने मामी और विजय ने मामा बनकर रस्में पूरी कीं। वर्षा इस बार चार दिन रुकी और करीब 10 लाख रुपये व आभूषण लेकर फरार हो गई। पुलिस ने सोमवार को केस दर्ज किया और मंगलवार को चारों को पकड़ लिया।