नई दिल्ली । भारत की युवा बैडमिंटन खिलाड़ी अदिति भट्ट भविष्य के मुकाबलों के लिए आजकल अपनी तैयारियों को बेहतर करने में लगी हैं।
अदिति इसके लिए अपने स्ट्रोक्स और दमखम पर विशेष ध्यान दे रही हैं। अदिति ने उबेर कप फाइनल्स में थाईलैंड के खिलाफ मुकाबले में विश्व की 13वें नंबर की खिलाड़ी बुसानन ओंगबामरंगफान के खिलाफ जमकर संघर्ष किया था हालांकि वह तीन गेम तक चले मैच में हार गई थी। अदिति ने इस मैच में अपने प्रदर्शन से दिखाया है कि उनकी शीर्ष खिलाड़ी बनने की संभावनाएं हैं।
डेनमार्क में अपने चार में से दो मैच जीतने वाली अदिति ने कहा, ‘जब लोग कहते हैं कि आप भविष्य हो और हम आपको ओलंपिक में देखना चाहते हैं तो कई बार यह डराने वाला हो सकता है। लोग आपसे बहुत उम्मीद करते हैं लेकिन यह ठीक है, किसी तरह का दबाव नहीं है।' उन्होंने कहा, ‘ऊंची रैंकिंग वाली खिलाड़ियों स्पेन की अनिया सेटियन और स्कॉटलैंड की रेचेल सुगडेन के खिलाफ दो मैच जीतने के बाद मैं अच्छा प्रदर्शन करने के प्रति आश्वस्त थी लेकिन मैंने नहीं सोचा था कि मैं एक गेम बुसानन के खिलाफ जीतने में सफल रहूंगी।
मैं अच्छा खेल रही थी और वह दबाव में थी क्योंकि वह जूनियर से खेल रही थी। यह शानदार मैच था।' अदिति को इसका लाभ हंगरी अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में मिला जहां वह फाइनल्स में पहुंची। उन्हें चयन ट्रायल्स के जरिए सुदीरमन कप और उबेर कप के लिए भारतीय टीम में चुना गया था। उन्होंने कहा, ‘जब मुझे सुदीरमन कप और उबेर कप के लिये चुना गया तो यह सपना सच होने जैसा था। टीम में सभी सीनियर खिलाड़ियों जैसे अश्विनी पोनप्पा ने मेरी काफी मदद की।'