भिलाई। विदेश में नौकरी लगाने का झांसा देकर मानव तस्करी करने वाले दो युवक और एक महिला को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 318(4), 3 (5), 143 (2) के तहत जुर्म दर्ज किया है। ट्रेनी आईपीएस चिराग जैन ने खुलासा करते हुए बताया कि अंतर्राष्ट्रीय मानव तस्करी और ठगी करने वाले लक्ष्मी नगर लिंक रोड गुरुद्वारा टावर 1 फ्लोर रूम गोरेगांव वेस्ट मुंबई निवासी साजन शेख, कुर्ला कुरैशी नगर वर्मा सेल रेलवे लाइन उमरवाडा मुंबई महाराष्ट्र रफी उर्फ रफीक खान और मुंबई की एक महिला को गिरफ्तार किया है। विदेश में कंप्यूटर ऑपरेटर की जॉब के लिए गोल्डन लिंक सर्विस ट्रेड कंपनी में 2 लाख रुपए की ठगी की। उक्त कंपनी द्वारा विदेश में अधिक सैलरी पर नौकरी का वेकेंसी निकाली जाती थी। आरोपी रफीक के रिश्तेदार भिलाई में रहते हैं। वेकेंसी निकलते ही आरोपी अपने जान पहचान वालों को सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दिया करता था। भिलाई का युवक भी इनके चुंगल में फंस गया।
युवक को लाओस में कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी के लिए उक्त कंपनी के कर्मियों ने रुपए लेकर भेज दिया। जहां स्कैम की ट्रेनिंग दी जा रही थी युवक ने स्कैम करने से मना करने पर एजेंट एडी अली और जैक द्वारा कमरे में बंद कर रखा था। किसी तरह युवक पुलिस तक पहुंचा और पूरी जानकारी दी। पुलिस ने खोजबीन करना शुरू किया। इस पूरे मामले की जांच डीएसपी शिल्पा साहू के नेतृत्व में की गई। इससे जुड़े आरोपी सादन शेख, रफी उर्फ रफीक खान और महिला की खोजबीन शुरू की गई। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य, बैंक डिटेल और लोकेशन गोरेगांव मुंबई का आसपास होने की जानकारी मिली। आखिर में पुलिस तीनों आरोपी तक पहुंच गई।
गिरफ्तार करने पांच लोगों की टीम मुंबई पहुंची थी
दुर्ग पुलिस के मुताबिक विदेश में नौकरी लगाने के नाम पर मानव तस्करी का पहला मामला सामने आया है। विदेश में 8-10 और लोग फंसे हुए हैं, जिसे निकालने के लिए पुलिस तैयारी में जुटी हुई है। इसके अलावा आरोपियों से तीन मोबाइल फोन और व्यक्तियों को विदेश भेजने वाले कई दस्तावेज भी जब्त किए गए है। आने वाले दिनों में पुलिस मानव तस्करी का और बड़े मामले का खुलासा कर सकती है। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए मुंबई पांच सदस्यों की टीम बनाकर भेजी थी। जिसमें एसडीओपी बालोद देवांश सिंह राठौर, डीएसपी शिल्पा साहू, उप निरीक्षक नवीन राजपूत आदि का अहम रोल रहा है।