कोरबा कोरबा जिले के भाजपा नेता देवेन्द्र पांडेय ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता ली, जिसमें यह आरोप लगाया है कि मनगढ़ंत शिकायत पर दबाव में आकर पुलिस ने एक के बाद एक एफआईआर दर्ज कर एक तरफा कार्यवाही की गई है। दूसरी ओर उनकी शिकायतों को नजरअंदाज किया गया।
देवेन्द्र पांडेय ने यह भी बताया कि पुलिस प्रशासन की ओर से उनके व परिवार के सदस्यों के खिलाफ हुई शिकायतों पर बिना जांच किए एक तरफा कार्यवाही किए जाने की राज्यपाल से शिकायत भी की गई है। उन्होंने बताया कि बीते कुछ वर्षों से अज्ञात कारणों से कई तरह के लोग मुझे व मेरे परिवार को नुकसान पहुंचाने के साथ मेरे परिवार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।
इधर संदीप की शिकायत पर बिना किसी जांच के एट्रोसिटी की धारा जोड़कर एफआईआर दर्ज कर लिया गया। मुझे व मेरे पुत्र शिवम पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया। उसी दिन न्यायालय ने दोनों को जमानत पर रिहा किया गया। पुलिस दबाव में आकर उनके परिवार के सदस्यों के साथ अभद्रता करते हुए घर पर छापेमारी की कार्रवाई की गई। बिना कोई प्रमाण से संदीप कंवर 20 लाख रुपए दिया था, जिसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। इसकी अचानक कॉल कर मांग की जाती है, एट्रोसिटी एक्ट में फंसा देने की धमकी दी जाती है।
ऐसे ही एक प्रकरण मे 12 वर्ष बाद महिला द्वारा जमीन मे कब्जा करने का आरोप लगा कर उरगा थाने मे शिकायत कर दिया गया, पुलिस को सम्पत्ति के वैध दस्तावेज की सत्यापित प्रति अपना पक्ष रखते हुये दिखाया गया, परंतु पुलिस ने दस्तावेज को अवैध बता कर अपना कार्यवाही जारी रखा। इसी तरह की अन्य कार्यवाही उनके व परिवार के खिलाफ किए जाने से मानसिक रूप से प्रताडि़त किया गया।