साल 1997 में फिल्म आई थी 'जुदाई'। इसमें अनिल कपूर, श्रीदेवी अहम भूमिका में थे। उर्मिला मातोंडकर भी नजर आई थीं। फिल्म काफी हिट हुई थी। आज भी इस मूवी में श्रीदेवी के अभिनय की तारीफ होती है। इसके डायलॉग्स और सीन्स समेत दूसरे किरदारों की चर्चा होती है। चाहे वो परेश रावल के माथे पर बना सवालिया निशान हो या फिर उपासना सिंह की पंच लाइन 'अब्बा डब्बा जब्बा।' एक्टेस ने 'ईटाइम' को दिए इंटरव्यू में इस डायलॉग के बारे में बात की। बताया कि ये कहां ये आया और इससे उनके करियर पर क्या प्रभाव पड़ा।
उपासना संह ने बताया, 'जब मैं डायरेक्टर राज कंवर से मिली, तो उन्होंने मुझे बताया कि मेरा डबल रोल है। एक परेश रावल की पत्नी होगी और दूसरी उनकी बेटी, जो जॉनी लीवर की गर्लफ्रेंड बनेगी।' एक्ट्रेस ये सुनकर एक्साइटेड हो गईं कि मूवी में श्रीदेवी लीड रोल में हैं क्योंकि वह उनकी बड़ी फैन हैं। उपासना ने आगे बताया, 'मैं श्रीदेवी की बहुत बड़ी फैन थी, जो जुदाई में लीड रोल में थीं। मैंने डायरेक्टर से पूछा कि क्या मेरा श्रीदेवी के साथ कोई सीन होगा? तो उन्होंने कहा हां तो मैंने भी बोल दिया ठीक है।'
उपासना सिंह को मिली उनकी पंच लाइन
उपासना सिंह ने बताया कि डायरेक्टर से बातचीत में ही उन्हें 'अब्बा डब्बा जब्बा' लाइन से रूबरू करवाया गया। शुरू में उनको शक था कि ये शायद ही काम करेगा। 'उन्होंने मुझे वो लाइन्स बताईं। मुझे बिलकुल भी यकीन नहीं हो रहा ता कि कोई गूंगा इंसान ये शब्द बोल सकता है। उन्होंने मुझे इसे आजामने के लिए कहा।' एक्ट्रेस ने आगे बताया कि उन्होंने अपने रोल को पूरे दिल से अपनाया।
उपसना सिंह को असली नाम से नहीं पहचानते थे लोग
उपासना ने बताया, 'मैंने खुद से कहा कि इस रोल को फीलिंग्स और अलग-अलग आवाज के साथ करूं। मैंने हमेशा रोल्स के साथ एक्सपेरिमेंट किया था।' फिर फिल्म के हिट हो जाने के बाद लोगों ने उन्हें असली नाम के बजाय 'अब्बा डब्बा जब्बा' से पहचानने लगे। उन्होंने कई लाइव शोज किए, जहां लोगों ने उनसे उस लाइन को बोलने की डिमांड की।