नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से देशवासियों से फिर रुबरू हुए। उन्होंने कहा कि मन की बात कार्यक्रम को 10 साल पूरे होने वाले हैं। पीएम ने बताया कि आगामी 3 अक्टूबर को मन को बात कार्यक्रम को 10 साल पूरे हो जाएंगे। मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम में करोड़ों यात्री साथी बने, मैं सभी का धन्यवाद करता हूं। मोदी ने कहा कि मैं हमेशा भारत की महानता के गीत गाता रहूंगा। इसके अलावा स्वच्छता अभियान, मेक इन इंडिया को भी इस अक्टूबर 10 साल पूरे हो जाएंगे। मन की बात कार्यक्रम से जुड़ी प्रमुख बातें-
संथाली भाषा को मिली नई पहचान- पीएम मोदी
मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि हमारी 'संथाली' भाषा को digital Innovation की मदद से नई पहचान देने का अभियान शुरू किया गया है। संथाली, हमारे देश के कई राज्यों में रह रहे संथाल जनजातीय समुदाय के लोग बोलते हैं। भारत के अलावा बांग्लादेश, नेपाल और भूटान में भी संथाली बोलने वाले आदिवासी समुदाय मौजूद हैं।
पीएम ने बताया कि संथाली भाषा की online पहचान तैयार करने के लिए ओडिशा के मयूरभंज में रहने वाले श्रीमान रामजीत टुडु एक अभियान चला रहे हैं । रामजीत जी ने एक ऐसा digital platform तैयार किया है, जहां संथाली भाषा से जुड़े साहित्य को पढ़ा जा सकता है और संथाली भाषा में लिखा जा सकता है ।
अमेरिका ने लौटाई 300 प्राचीन कलाकृतियां- पीएम मोदी
अमेरिका की मेरी यात्रा के दौरान अमेरिकी सरकार ने भारत को करीब 300 प्राचीन कलाकृतियों को वापस लौटाया है। अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने पूरा अपनापन दिखाते हुए Delaware के अपने निजी आवास में इनमें से कुछ कलाकृतियों को मुझे दिखाया। लौटाई गई कलाकृतियां Terracotta, Stone, हाथी के दांत, लकड़ी, तांबा और कांसे जैसी चीजों से बनी हुई हैं। इनमें से कई तो चार हजार साल पुरानी है।
उत्तराखंड में 'धन्यवाद प्रकृति' अभियान का जिक्र
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एक सीमावर्ती गांव है 'झाला'.,यहां के युवाओं ने अपने गांव को स्वच्छ रखने के लिए एक खास पहल शुरू की है। वे अपने गांव में 'धन्यवाद प्रकृति' या कहें 'Thank you Nature' अभियान चला रहे हैं। इसके तहत गांव में रोजाना दो घंटे सफाई की जाती है। गांव की गलियों में बिखरे हुए कूड़े को समेटकर गांव के बाहर, तय जगह पर डाला जाता है।
इसके अलावा पीएम मोदी ने बताया कि स्वच्छता को लेकर पुडुचेरी के समुद्र तट पर भी जबरदस्त मुहिम चलाई जा रही है। यहां रम्या जी नाम की महिला, माहे municipality और इसके आसपास के क्षेत्र के युवाओं की एक टीम का नेतृत्व कर रही है। इस टीम के लोग अपने प्रयासों से माहे Area और खासकर वहां के Beaches को पूरी तरह साफ-सुथरा बना रहे हैं।
झांसी में महिलाओं के जल संरक्षण की तारीफ
पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह से पिछले कुछ हफ्तों से देश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश हो रही है, यह हमें याद दिलाता है कि 'जल संरक्षण' कितना महत्वपूर्ण है। मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में बताया कि झांसी में कुछ महिलाओं ने घुरारी नदी को नया जीवन दिया है। ये महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी हैं और उन्होनें 'जल सहेली' बनकर इस अभियान का नेतृत्व किया है। इन महिलाओं ने मृतप्राय हो चुकी घुरारी नदी को जिस तरह से बचाया है, उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी।
मोदी ने कहा कि मुझे मध्य प्रदेश के दो बड़े ही प्रेरणादायी प्रयासों की जानकारी मिली है। यहां डिंडौरी के रयपुरा गांव में एक बड़े तालाब के निर्माण से भू-जल स्तर काफी बढ़ गया है। इसका फायदा इस गांव की महिलाओं को मिला। यहां 'शारदा आजीविका स्वयं सहायता समूह' से जुड़ी महिलाओं को मछली पालन का नया व्यवसाय भी मिल गया।