भोपाल। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के अनूठी संस्कृति वाले क्षेत्र बुंदेलखंड को जोड़ने वाली केन-बेतवा राष्ट्रीय लिंक परियोजना की स्वीकृति और मछली उत्पादन में देश में बालाघाट जिला नंबर वन आने को लेकर जल संसाधन, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास मंत्री तुलसीराम सिलावट और विभाग के अपर मुख्य सचिव एस.एन.मिश्र, मत्स्य महासंघ के प्रबंध संचालक पुरुषोत्तम धीमान ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पुष्प गुच्छ भेंट कर धन्यवाद दिया। इस दौरान जल संसाधन मंत्री ने केन्द्रीय मंत्रि-परिषद का भी आभार व्यक्त किया।
मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि परियोजना को केन्द्रीय मंत्रि-परिषद की स्वीकृति मिल जाने पर अब जल्द ही इस योजना पर काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र से योजना की स्वीकृति दिलाने में मुख्यमंत्री श्री चौहान और केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का प्रयास अहम रहा है। मंत्री श्री सिलावट ने बताया कि केन्द्रीय मंत्रि-परिषद से मंजूरी के बाद अब जल्द ही इसकी शुरुआत की जाएगी।
- बुंदेलखंड की बदलेगी तस्वीर
मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि इस परियोजना से मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में लंबे समय से चली आ रही पानी की समस्या दूर हो जाएगी और केन का पानी मिलने से बुंदेलखण्ड क्षेत्र विकास के पथ पर अग्रसर होगा। यह परियोजना बुंदेलखंड की तस्वीर बदलने में अहम साबित होगी।
- क्या है पूरी परियोजना
मंत्री श्री सिलावट ने बताया कि केंद्रीय मंत्रि-मण्डल ने 8 दिसंबर को केन-बेतवा नदी को जोड़ने वाले इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी। इस प्रोजेक्ट में 44 हजार 605 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। खास बात यह है कि इसका 90% खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी। 176 किलोमीटर की लिंक केनाल का निर्माण कर दोनों नदियों को जोड़ा जाएगा। इस प्रोजेक्ट के अस्तित्व में आने के बाद मध्य प्रदेश के सागर-विदिशा सहित 9 जिलों को पानी मिलेगा। इसके साथ ही 10 लाख हेक्टेयर भूमि में सिंचाई होगी। उन्होंने बताया कि यह प्रोजेक्ट 8 साल में पूरा कर लिया जाएगा।
केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट से नॉन मानसून सीजन (नवंबर से अप्रैल के बीच) में मध्यप्रदेश को 1834 मिलियन क्यूबिक मीटर और उत्तर प्रदेश को 750 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी मिलेगा। इस योजना से सागर-विदिशा सहित मध्य प्रदेश के 9 जिलों में पानी पहुँचेगा।
- बेतवा की सहायक नदियों पर बनेंगे बाँध
प्रोजेक्ट के पहले फेज में केन नदी पर ढोड़न गांव के पास बांध बनाकर पानी रोका जाएगा। यह पानी नहर के माध्यम से बेतवा नदी तक पहुँचाया जाएगा। वहीं दूसरे फेज पर में बेतवा नदी पर विदिशा जिले में 4 बाँध बनाए जाएँगे। इसके साथ ही बेतवा की सहायक नदी बीना नदी में सागर जिले में और शिवपुरी जिले की उर नदी पर भी बाँधों का निर्माण किया जाएगा।
प्रोजेक्ट के दोनों फेज से सालाना करीब 10.62 लाख हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। साथ ही 62 लाख लोगों को पेयजल के साथ 103 मेगावाट हाइड्रो पावर भी पैदा किया जाएगा। केन-बेतवा लिंक परियोजना में दो बिजली प्रोजेक्ट भी प्रस्तावित हैं ।