हरियाणा में भाजपा की जीत के पीछे केंद्रीय नेतृत्व की रणनीति को श्रेय दिया जा रहा है। भाजपा और कांग्रेस की रणनीति में इस बात का अंतर रहा कि जहां भाजपा ने उन नेताओं को हटाया, जो जीत में बाधा बन रहे थे। वहीं कांग्रेस ऐसा कोई बोल्ड फैसला नहीं ले सकी। यही कारण है कि पार्टी के बड़े नेता अंदरूनी कलह करते रहे। कुमारी सैलजा इसका उदाहरण हैं।
एग्जिट पोल के बाद कांग्रेस नेताओं ने जीत का श्रेय राहुल गांधी को देना शुरू कर दिया था। ताजा खबर यह है कि राहुल ने हरियाणा की जिन 12 विधानसभा सीटों पर प्रचार किया, उनमें से 8 पर कांग्रेस पीछे चल रही है।