भोपाल । राजधानी जिला अस्पताल जेपी में शनिवार को नसबंदी आपरेशन के दौरान एक महिला की हालत बिगड़ने पर मौत हो गई। मामले डाक्टरों का दावा है कि महिला की मौत हार्ट अटैक से हुई है। महिला की तबीयत खराब होने पर उसे फौरन वेंटिलेटर सपोर्ट देकर इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन वहां पहुंचते ही डाक्टरों ने चेक करने के बाद मृत घोषित कर दिया। आपरेशन करने वाले डाक्टरों ने बताया कि जेपी अस्पताल में पहली बार इस तरह की घटना हुई है। उनका दावा है कि हार्ट अटैक से महिला की मौत हुई हैं।
हालांकि, स्वजन ने पोस्टमार्टम कराए बिना ही महिला का अंतिम संस्कार कर दिया है। इस कारण मौत की असली वजह पता नहीं चल पाएगी। जेपी अस्पताल के अधीक्षक डा. राकेश श्रीवास्तव ने मामले की जांच के लिए समिति बनाने की बात कही है। बरखेड़ा पठानी के रहने वाले प्रदीप शर्मा ने बताया कि वह अपनी पत्नी मुस्कान (27 साल) की नसबंदी कराने के लिए शनिवार सुबह 11 बजे के करीब जेपी अस्पताल लेकर गए थे। यहां स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डा. श्रद्धा अग्रवाल ने उन्हें 12 बजे ओटी में लिया था। 10 मिनट बाद ही एक नर्स ने आकर बताया कि मुस्कान को हार्ट अटैक आया है। उन्हें फौरन हमीदिया अस्पताल लेकर जाना पड़ेगा।
हमीदिया अस्पताल में पहुचंते ही डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस मामले में यह बात भी सामने आ रही है कि महिला की मौत जेपी अस्पताल में ही हो गई थी, इसके बाद भी डाक्टरों ने हमीदिया रेफर किया।हालांकि, जेपी अस्पताल के डाक्टरों ने कहा कि महिला कार्डियोजेनिक शाक में चली गई थी, लेकिन कार्डियापल्मोनरी रिससिटेशन व अन्य इलाज से उसकी सांस चलने लगी थी। इसके बाद हमीदिया रेफर किया था। बता दें कि हफ्ते भर पहले भी जेपी अस्पताल में लापरवाही का एक मामला सामने आया था।
यहां कापर टी निकालने के दौरान एक महिला की हालत बिगड़ गई थी। उसे हमीदिया रेफर किया गया था। यहां से स्वजन महिला को लेकर पालीवाल अस्पताल लेकर गए थे। महिला वेंटिलेटर पर थी, लेकिन बाद में उसकी हालत ठीक हो गई थी। इस बारे में एलटीटी सर्जन डा. श्रद्धा अग्रवाल का कहना है कि 27 वर्षीय महिला महिला को लोकल एनेस्थीसिया देने के बाद चीरा लगाया था कि खर्राटे की आवाज आई।
तुरंत उसे बचाने के लिए सभी उपाय किए गए। हालत में कुछ सुधार होने पर 108 एंबुलेंस से हमीदिया भेजा गया था। मेरी सर्जरी में पहली बार इस तरह की घटना हुई है। महिला को न्यूरोलाजिकल शाक होने के बाद कार्डियोजेनिक शाक हुआ है। वहीं जेपी अस्पताल अधीक्षक डा. राकेश श्रीवास्तव का कहना है कि मामले की जांच कराएंगे। इसमें यह देखा जाएगा कि महिला की मौत की असली वजह क्या है। रिपोर्ट आने के बाद ही बता पाएंगे किसी की लापरवाही है या नहीं।