भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महिला सुरक्षा, ड्रग माफिया का पूरी तरह सफाया और साइबर क्राइम पर प्रभावी कार्यवाही मध्य प्रदेश पुलिस के सामने प्रमुख चुनौतियाँ हैं। मध्य प्रदेश पुलिस को जो भी दायित्व सौंपा गया है वह पूरी दक्षता, दृढ़ता, कर्त्तव्य निष्ठा और जिम्मेदारी से निभाया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान मध्यप्रदेश पुलिस स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में सर्वप्रथम शहीद स्मारक पर नमन कर माल्यार्पण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने परेड के निरीक्षण एवं मार्च पास्ट के बाद उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस अधिकारियों को पदक प्रदान किए। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा मध्य प्रदेश पुलिस गीत का लोकार्पण भी किया गया। गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, पुलिस के सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्य प्रदेश पुलिस स्थापना दिवस की सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पुलिस के खाते में एक नहीं अनेक उपलब्धियाँ हैं, जिन पर मुझे मुख्यमंत्री के रूप में और प्रदेश की जनता को भी पुलिस पर गर्व है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश पुलिस को दिशा देने के लिए रुस्तम जी, आर.एन नागू, चमनलाल, अशोक पटेल, जे.एन. सक्सेना और ओ.एन. श्रीवास्तव आदि का स्मरण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश पुलिस ने अदम्य साहस और कर्त्तव्यनिष्ठा से अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए स्थापना वर्ष 1956 से लेकर 2020 तक 877 कर्मियों ने शहादत दी है। इन पुलिसकर्मियों ने प्रदेश की जनता को सुरक्षित रखने की महान परंपरा स्थापित की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पुलिसकर्मियों के कर्त्तव्य-पथ पर चलने का ही परिणाम है कि अब चंबल क्षेत्र में डाकुओं की बंदूकें नहीं चलती, वहाँ विकास की नई गाथा लिखी जा रही है। नक्सलियों का नेटवर्क तोड़ा गया है। सिमी के नेटवर्क को भी ध्वस्त किया गया है। सिंहस्थ में भी पुलिस ने कानून- व्यवस्था के साथ नागरिक कर्त्तव्यों के पालन में अद्भुत मिसाल प्रस्तुत की। कोरोना के संकट के समय प्रदेशवासियों की जिंदगी की सुरक्षा के लिए पुलिस वालों ने अपनी जान को जोखिम में डाला और हमारे कई साथियों ने अपने आप को बलिदान कर दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि चंबल में आई विनाशकारी बाढ़ में पुलिस प्रशासन ने जान जोखिम में डालकर लोगों को सुरक्षित निकालने में सफलता पाई। संकट का समय हो या कानून-व्यवस्था की स्थिति या त्योहारों में व्यवस्था को बनाए रखना हो, पुलिस हर कठिन परिस्थिति में जुटी है और कर्त्तव्य पर खड़ी है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, संपन्न और समृद्ध भारत का निर्माण हो रहा है। परंतु विकास और उन्नति की पहली शर्त शांति है। कानून और व्यवस्था को बनाए रखना आवश्यक है। यदि कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है तो समस्त विकास बेमानी हो जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश को शांति का टापू कहा जाता है। प्रदेश में हमने कोई बड़ी कानून-व्यवस्था की समस्या बचने नहीं दी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जीवित समाज में कुछ घटनाएँ घटित होती रहती हैं। ऐसी घटनाओं में भी पुलिस द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई के लिए वह बधाई की पात्र हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन द्वारा कई तरह की नई योजनाएँ आरंभ की गई हैं। डायल-100 इनमें से एक है। इससे त्वरित कार्यवाही संभव हुई है। साथ ही पुलिस में 30% पद बेटियों के लिए आरक्षित करने की पहल, देश में मध्यप्रदेश द्वारा की गई। ऑपरेशन मुस्कान में बड़ी संख्या में बेटियों को सुरक्षित वापस घर लाना पुलिस की बड़ी उपलब्धि है। प्रदेश में अपराध नियंत्रण में है। पुलिस के साथ एस.ए.एफ के जवानों और होम गार्डों की भूमिका भी बहुत महत्वपूर्ण है।