महाराष्ट्र के कई जिलों में तेज बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। राज्य के 18 जगहों पर NDRF और मुंबई, ठाणे, रायगढ़, पालघर, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सातारा और सांगली में SDRF की तैनाती की गई है। पुणे में 24 घंटे में 114 मिमी बारिश हुई। यह 66 साल में तीसरा हाईएस्ट रहा।
इससे पहले 19 जुलाई 1958 को 24 घंटे में 130.4 मिमी और 27 जुलाई 1967 को 117.9 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। यहां आज भी रेड अलर्ट जारी किया गया है। स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। इसके अलावा रायगढ़ और रत्नागिरी में मुंबई यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं।
उधर, गुजरात में तेज बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। यहां 10 से ज्यादा जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। सूरत में 24 घंटे में 5 इंच बारिश से मीठी और काकरा खाड़ी नदियां ओवरफ्लो हो रही हैं। यहां बाढ़ से करीब 1 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं, 955 लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है।
इसके अलावा, दिल्ली में देर रात और सुबह तेज बारिश हुई। इससे सड़कों पर पानी भर गया। मुख्य मार्गों में जाम की स्थिति भी देखने को मिली। मौसम विभाग ने आज 18 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
26 जुलाई कहां बहुत भारी और भारी बारिश...
बहुत भारी बारिश (6 राज्य): गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, ओडिशा।
भारी बारिश (12 राज्य): छ्त्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, तमिलनाडु, केरल, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, झारखंड, सिक्किम।
MP-UP में भी बाढ़ जैसे हालात
मध्य प्रदेश: मौसम विभाग ने आज बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। सतना में 9 घंटे में 88 मिमी, तो रतलाम में 80 मिमी बारिश हो गई। टीकमगढ़ में धसान नदी का जलस्तर बढ़ने से 24 जुलाई की रात बान सुजारा बांध के सभी 12 गेट खोलकर 480 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
उत्तर प्रदेश: ललितपुर में बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं। गोविंद सागर बांध के 16 गेट खोल दिए गए। सड़कें तालाब बन गई हैं। बिजराव का पुल टूटने से 12 गांवों का संपर्क कट गया है। बिजनौर में पीली नदी पार करते समय 3 सगे भाई बह गए। प्रयागराज के निरंजन डॉट पुल के नीचे कमर तक पानी भर गया है। मुरादाबाद में बारिश के चलते कई इलाकों में 4 फीट पानी भर गया। सड़कों पर नाव चल रही है।